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कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोशल मीडिया पर 'सत्यम् शिवम् सुंदरम्' के नाम से एक पोस्ट साझा किया है, जिसमें उन्होंने विस्तार से हिंदुत्व को लेकर अपने विचार रखे हैं. इसमें उन्होंने हिंदू कौन हैं को लेकर अपनी बात रखी और बताया है कि हिंदू होने का क्या अर्थ है और एक हिंदू का क्या कर्तव्य है.
अपने लेख में राहुल गांधी ने लिखा, 'सत्यम् शिवम् सुंदरम्' कल्पना कीजिए, जिंदगी प्रेम और उल्लास का, भूख और भय का एक महासागर है और हम सब उसमें तैर रहे हैं. इसकी खूबसूरत और भयावह, शक्तिशाली और सतत परिवर्तनशील लहरों के बीचोंबीच हम जीने का प्रयत्न करते हैं.
राहुल गांधी ने आगे लिखा है कि, "जिस व्यक्ति में अपने भय की तह में जाकर इस महासागर को सत्यनिष्ठा से देखने का साहस है - हिंदू वही है. यह कहना कि हिंदू धर्म केवल कुछ सांस्कृतिक मान्यताओं तक सीमित है उसका अल्प पाठ होगा. किसी राष्ट्र या भूभाग- विशेष से बांधना भी उसकी अवमानना है. भय के साथ अपने आत्म के सम्बंध को समझने के लिए मनुष्यता द्वारा खोजी गई एक पद्धति है हिन्दू धर्म. यह सत्य को अंगीकार करने का एक मार्ग है. यह मार्ग किसी एक का नहीं है, मगर यह हर उस व्यक्ति के लिए सुलभ है जो इस पर चलना चाहता है."
राहुल गांधी ने लिखा कि, "एक हिंदू में अपने भय को गहनता से देखने और उसे स्वीकार करने का साहस होता है. जीवन की यात्रा में वह भयरूपी शत्रु को मित्र में बदलना सीखता है. भय उस पर कभी हावी नहीं हो पाता, वरन घनिष्ठ सखा बनकर उसे आगे की राह दिखाता है. एक हिंदू का आत्म इतना कमजोर नहीं होता कि वह अपने भय के वश में आकर किसी किस्म के क्रोध, घृणा या प्रतिहिंसा का माध्यम बन जाए."
उन्होंने अपने विचारों के आखिरी में लिखा कि, "हिंदू सभी प्राणियों से प्रेम करता है. वह जानता है कि इस महासागर में तैरने के सबके अपने-अपने रास्ते और तरीके हैं. सबको अपनी राह पर चलने का अधिकार है. वह सभी रास्तों से प्रेम करता है, सबका आदर करता है और उनकी उपस्थिति को बिल्कुल अपना मानकर स्वीकार करता है. 'सत्यम् शिवम् सुंदरम्'."
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