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Rahul Gandhi Election Commission Notice: भारत चुनाव आयोग ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को उनके 'पनौती' और 'जेबकतरे' वाले बयान पर नोटिस जारी किया है और उनसे 25 नवंबर तक जवाब देने को कहा है.
बीजेपी ने 22 नवंबर को चुनाव आयोग के पास राहुल गांधी की शिकायत की थी और कहा था कि राहुल गांधी में पीएम मोदी के लिए 'पनौती' और 'जेबकतरे' जैसे शब्दों का प्रयोग कर उनका मजाक उड़ाया है.
आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस भेजकर बीजेपी द्वारा दायर शिकायत में लगाए गए आरोपों पर स्पष्टीकरण देने को कहा है.
चुनाव आयोग ने अपने नोटिस में लिखा है “यह आरोप लगाया गया है कि एक प्रधानमंत्री की तुलना जेबकतरा से करना और पनौती शब्द का इस्तेमाल करना राष्ट्रीय राजनीतिक दल के एक बहुत वरिष्ठ नेता के लिए अशोभनीय है. इसके अलावा, पिछले नौ वर्षों में ₹14,00,000 करोड़ की छूट देने के आरोप पर बीजेपी ने स्पष्ट कहा है कि यह तथ्यों पर आधारित नहीं है.''
चुनावी रैली में गांधी द्वारा की गई टिप्पणी के खिलाफ बीजेपी ने चुनाव आयोग का रुख किया था. बीजेपी का आरोप है कि राहुल गांधी ने चुनावी रैली में कहा था कि
1. ".... जेबकतरे होते हैं, जब दो जेब कतरे किसी की जेब काटना चाहते हैं, तो सबसे पहले क्या करते क्या करते हैं. ध्यान हटाने का काम करते हैं. एक आता है आपके सामने आता है और आपके कोई न कोई बात करता है आपका ध्यान इधर-उधर ले जाता है, पीछे से कोई दूसरा आता है और जेब काट लेता है. चला जाता है मगर जेबकतरा सबसे पहले ध्यान हटाता है. .... भाइयों और बहनों नरेंद्र मोदीजी का काम आपके ध्यान को इधर-उधर करने का है और ____ का काम आपके जेब को काटने का है. दोनों आते हैं. एक टीवी पर आता है आपके कहेगा हिंदू मुस्लिम..."
2. ".... कभी क्रिकेट मैच में चला जाएगा वो अलग बात है कि हवा दिया. पनौती पीएम मतलब पनौती मोदी"
3. "कभी आपको इधर ले जाएगा कभी आपको उधर ले जाएगा. कई आगे पीछे और पूरा का पूरा फायदा छार पांच उद्योगपतियों को देगा. उदाहरण देता हूँ.. आप पिछले 9 साल में पीएम मोदी की 1400000 करोड़ रुपया हिंदुस्तान के सबसे बड़े अरबपतियों का कर्ज माफ किया. मैं आपसे पूछना चाहता हूं इन 1400000 लोगों में से 1400000 करोड़ रूपये में जो इन्होने 1014 लोगों को दिया...."
चुनाव आयोग द्वारा राहुल गांधी को नोटिस भेजे जाने पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "उन्हें नोटिस भेजने दीजिए, हम इसका जवाब देंगे. यह कोई बड़ी बात नहीं है. ऐसी कोई गंभीर टिप्पणी नहीं की गई, लेकिन चुनाव चल रहा है तो हाइप बनाई जा रही है. हम नोटिस का जवाब देंगे..."
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