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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के व्यक्तित्व के नए पहलू रोजाना सामने आ रहे हैं. अब पता चला है कि अाईकीडो में ब्लैक बेल्ट राहुल गांधी ने निर्भया के भाई के सपने को पूरा करने में काफी मदद की है. उनकी मदद से ही वह पायलट बनने में सफल हो पाया.
हाल के दिनों में राहुल गांधी बदले-बदले से नजर आ रहे हैं. उनका राजनीतिक मिजाज बदला है और अब वो खुद को मंजे हुए नेता के तौर पर साबित करने में बड़े शिद्दत से लगे हुए हैं. वे पहले से कहीं अधिक बेबाक हो गए हैं और उनकी राजनीति का ढंग भी अब जनता को लुभाने लगा है.
16 दिसंबर, 2012 की रात दिल्ली में सामूहिक दरिंदगी झेलने के बाद दुनिया से रुखसत होने वाली निर्भया का भाई चेतन अपने सपनों की उड़ान के लिए राहुल गांधी का शुक्रगुजार है. निर्भया के माता-पिता ने कहा कि राहुल गांधी ने उनकी काफी मदद की है.
पिछले कुछ दिनों में ऐसी कई मीडिया रिपोर्टे आई हैं, जिसमें कहा गया है कि राहुल गांधी ने निर्भया के भाई को पायलट बनाने में आर्थिक मदद भी की है. लेकिन निर्भया के पिता ने इससे इनकार किया.
उन्होंने कहा, "वे सिर्फ हमारे बेटे की हौसला अफजाई करते थे, उन्हें सही मार्गदर्शन देते थे कि उसे क्या करना चाहिए. करियर को लेकर वह अमूमन फोन करते, कई बार हम उनसे जाकर भी मिले, लेकिन उन्होंने हमारी आर्थिक तौर पर मदद नहीं की."
निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, "एक अच्छा नेता वही होता है, जो नि:स्वार्थ भाव से जनता की सेवा करे. हमारी मदद कर उनका कोई राजनीतिक लाभ तो नहीं हो रहा, लेकिन वह इतने बरसों से हमारी मदद कर रहे हैं. हम उनका कोई वोट बैंक तो नहीं हैं."
वहीं निर्भया के पिता बद्रीनाथ ने कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी ने उनकी मदद की, बेटे को सही दिशा दिखाई, उससे उनके गंभीर व्यक्तित्व का पता चलता है.
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