Home News India देश को आधुनिक बनाने वाले मंदिरों को तोड़ा जा रहा है: HAL पर राहुल
देश को आधुनिक बनाने वाले मंदिरों को तोड़ा जा रहा है: HAL पर राहुल
HAL यूनियन के पदाधिकारी ने राफेल से कंपनी को बाहर रखे जाने वाले कदम को बताया रोजी-रोटी छीनने की कोशिश
क्विंट हिंदी
भारत
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प्रतीकात्मक फोटो
(फाइल फोटो: PTI)
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राहुल गांधी शनिवार को बेंगलुरू में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स कंपनी लिमिटेड के एंप्लाई से मिले. HAL के एंप्लाई राफेल एयरक्राफ्ट बनाने में रिलायंस डिफेंस लिमिटेड को साझेदार बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं. राहुल गांधी ने सरकार के इस कदम को देश को आधुनिक बनाने वाले मंदिरों को तोड़ने वाला बताया. राहुल ने HAL के योगदान को देश के लिए कर्ज बताते हुए कंपनी और इसके कर्मचारियों की जमकर तारीफ की.
HAL कोई मामूली कंपनी नहीं है. आप लोगों ने देश की सुरक्षा के लिए जो काम किया है, वो बिलकुल जुदा है. पूरा देश आपका कर्जदार है. बराक ओबामा कहते हैं कि दुनिया भर में केवल चीन और भारत ही अमेरिका को टक्कर दे सकते हैं. वो इसलिए ऐसा कह सकते हैं कि यहां आप जैसे लोग काम करते हैं. मैं यहां आपकी परेशानियों को जानने-समझने आया हूं, ताकि हम कुछ कर सकें. जब हम सरकार में आएंगे तो इनका समाधान करेंगे. मैं इस सेवा के लिए HAL के सभी एंप्लाई का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं.
राहुल गांधी
मैं यहां कोई राजनीतिक चर्चा के लिए नहीं आया. लेकिन सरकार के मंत्री ने कहा कि HAL की कैपेसिटी नहीं है हेलीकॉप्टर बनाने की. लेकिन जिसे दिया गया उसकी क्या कैपेसिटी है? मैं आपके 78 साल का काम देख सकता हूं. आपका इतिहास है. मैं जानता हूं आप लोगों को ठेस पहुंची है. मैं जानता हूं सरकार माफी नहीं मांगेगी. इसके लिए मैं आपसे माफी मांगता हूं.
राहुल गांधी
क्या HAL पर कोई कर्ज है? नहीं, बल्कि सरकार ने ही आपसे 5 हजार करोड़ लिए हैं. जिस कंपनी को साझेदार बनाया गया वो 10 दिन पहले की है. आप 78 साल पुराने हैं. HAL और दूसरी PSU इस देश का गर्व हैं. हम कहना चाहते हैं कि हम आपके भविष्य की सुरक्षा करेंगे. राफेल आपका अधिकार है. केवल आपके पास इसका अनुभव है.
राहुल गांधी
राहुल गांधी के अलावा HAL यूनियन से संबंधित और वर्ल्ड ट्रेड यूनियन के डिप्टी जनरल श्री महादेवन ने लोगों को संबोधित किया. राफेल डील से HAL को बाहर रख, प्राइवेट कंपनी रिलायंस को कांट्रेक्ट देने के कदम को महादेवन ने HAL और उसके एंप्लाई पर तमाचा करार दिया.
हम रेपुटेटेड कंपनी हैं. हमारे इंजीनियर आउटस्टैंडिंग हैं. आपने उस कंपनी को टेंडर दे दिया जो केवल 12 दिन पुरानी थी. हम किसी पॉलिटिकल ऑर्गेनाइजेशन नहीं हैं. लेकिन मैं इस मैनेजमेंट और सरकार को क्रिटिसाइज करता हूं. आप हमें मारना चाह रहे हैं. हमें जलालत महसूस हुई है. ऐसा लगा किसी ने हमारी पिटाई की हो.
श्री महादेवन
यूनियन के एक दूसरे पदाधिकारी ने निर्मला सीतारमण के उस कदम पर आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने कहा था कि HAL के पास राफेल बनाने की कैपसिटी नहीं है. उन्होंने सरकार के इस कदम को HAL को बर्बाद करने की कोशिश बताया.
कांग्रेस का कहना है कि ‘HAL के कांट्रेक्ट को खत्म करके सरकार कर्नाटक के लोगों से नौकरियां छीन रही है. अगर HAL को इस कांट्रेक्ट में शामिल किया जाता तो कई लोगों को रोजगार मिल सकता था.’ बीजेपी ने इन आरोपों से इंकार किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने 36 राफेल फाइटर्स के लिए फ्रांस के साथ 10 अप्रैल 2015 को करार किया था.
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