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IRCTC ने जाति के आधार पर नौकरी देने की शर्त रखने वाले एक रेलवे कॉन्ट्रेक्टर पर कार्रवाई की है. इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर आईआरसीटीसी की काफी खिंचाई भी हुई.
वृंदावन फूड प्रोडक्ट्स ने अपने यहां ट्रेन कैटरिंग मैनेजर, बेस किचन मैनेजर और स्टोर मैनेजर के तीन पदों के लिए 100 पुरुष उम्मीदवारों की वेकैंसी निकाली. विज्ञापन में कहा गया था कि आवेदक ‘अग्रवाल वैश्य समुदाय’ से होना चाहिए और कम से कम 12वीं तक की योग्यता के साथ अच्छे परिवार से होना चाहिए.
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) ने गुरुवार को कहा कि कंपनी ने आलोचनाओं के बाद विज्ञापन जारी करने वाले कर्मचारी को हटा दिया है.
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘आईआरसीटीसी ने इसे गंभीरता से लिया है और ठेकेदार को जातिगत आधार पर नोटिस निकालने से मना किया है. उनसे किसी भी जाति, धर्म या क्षेत्र के उचित लोगों की भर्ती करने के लिए कहा गया है.’’
विक्रेता ने भी आईआरसीटीसी से विज्ञापन के लिए माफी मांगते हुए कहा है कि ‘‘लिपिकीय गलती’’ के चलते ऐसा हुआ. विक्रेता ने कहा, ‘‘दो अलग-अलग विज्ञापन दिए जाने थे. एक रेलगाड़ी और रेस्टोरेंट में कर्मचारियों की भर्ती के लिए और दूसरा हमारे सामाजिक कल्याण कार्यक्रम के लिए. लिपिकीय गलती के कारण ये विज्ञापन छप गया... हमारा उद्देश्य किसी को आहत करना और किसी खास समुदाय को नौकरी की पेशकश करना नहीं था.’’ सोशल मीडिया पर लोगों ने इस विज्ञापन की काफी आलोचना की.
एक शख्स ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘शर्मनाक और बेतुका. क्या अब प्राइवेट ऑपरेटर भी जाति के आधार पर नौकरी देंगे? क्या हमने अपने देश को बहुत ज्यादा नहीं बांट दिया है?’’
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