Home News India उत्तर भारत में बारिश से 37 की मौत, उत्तराखंड- हिमाचल में कई फंसे
उत्तर भारत में बारिश से 37 की मौत, उत्तराखंड- हिमाचल में कई फंसे
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई
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पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई
(फोटो: PTI)
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उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश ने कम से कम 37 लोगों की जान ले ली है. वहीं भूस्खलन की वजह से उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं. पंजाब, हरियाणा और जम्मू के कई इलाकों में बाढ़ जैसी हालत बनी हुई है.
19 अगस्त को भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने जम्मू और करनाल जिलों में बचाव अभियान चलाया. वहीं हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में प्रशासन अलर्ट पर रहा. हालांकि अब बारिश रुक गई, लेकिन कई हिस्सों में नदियां अभी भी उफान पर थी.
हिमाचल प्रदेश में तीन और लोगों के मारे जाने की खबर है. यहां वीकेंड में भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 25 लोगों की जान चली गई. पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में दो और शव बरामद किए गए.
उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक में बादल फटने से कुल 20 लोगों के मरने की आशंका है, जिसमें से 12 शव बरामद किए जा चुके हैं. लोगों को खाने के पैकेट, राशन और जरूरी दवाओं समेत राहत सामग्री लेने के लिए भारतीय वायुसेना के तीन हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाया गया है.
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. दोनों राज्य को हाई अलर्ट पर रखा हुआ है. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन राहत और पुनर्वास उपायों के लिए 100 करोड़ रुपये की घोषणा की.
भूस्खलन के कारण लिपुलेख मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा रोकी गई. पिथौरागढ़ के जिला मजिस्ट्रेट वीके जोगदंडे ने बताया, 56 तीर्थयात्रियों के 17वें बैच को सुरक्षा कारणों से वापस धारचूला बेस कैंप में बुलाया गया.
उत्तराखंड में ज्यादातर नदियां उफान पर हैं. हरिद्वार में गंगा के खतरे के निशान के पार और ऋषिकेश में इसके करीब बह रही है.
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से 500 से ज्यादा लोग फंस गए. कई सड़कें बंद हो गई. यहां बारिश से अब तक 574 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
दिल्ली में यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया. निचले इलाकों से 10,000 से ज्यादा लोगों को निकाला गया. प्रशासन ने दुर्घटनावश लोगों डूबने से बचाने के लिए 30 नाव तैनात की है.
यमुना नदी 205.33 मीटर खतरे के निशान से ऊपर 205.36 मीटर पर बह रही है. हरियाणा से सोमवार शाम 6 बजे 1.43 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी का जल स्तर और बढ़ने की उम्मीद है.
जम्मू में वायुसेना (IAF) के हेलीकॉप्टर ने चार मछुआरों को बचाया, जो तवी नदी के पानी में फंस गए थे. अधिकारियों ने बताया, बचाव टीम का मछुआरों तक पहुंचने में फेल होने के बाद वायुसेना को बुलाया गया.
उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना और घाघरा समेत कई नदियां भारी बारिश के कारण उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई और एक व्यक्ति की मौत हो गई.