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साउथ फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. हाईपरटेंशन की शिकायत के बाद उन्हें 25 दिसंबर को हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल ने बयान में बताया है कि उनका ब्लड प्रेशर अब कंट्रोल में है और वो काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं.
रजनीकांत को एक हफ्ते के लिए कंप्लीट बेड रेस्ट के लिए कहा गया है. इस दौरान उनका ब्लड प्रेशर भी मॉनिटर किया जाएगा. उन्हें कम तनाव लेने और फिजिकल एक्टिविटी को कम रखने के लिए भी कहा गया है.
अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों ने शनिवार को कहा कि रजनीकांत की जांच रिपोर्ट आ गई है, जिसमें कुछ भी चिंताजनक बात नहीं दिख रही है. अस्पताल ने एक बयान में कहा, “कुछ और रिपोर्टों का इंतजार किया जा रहा है. शेष जांच और रात में उनके ब्लड-प्रेशर की स्थिति की रिपोर्ट के आधार पर, रविवार सुबह अस्पताल से छुट्टी मिलने के बारे में फैसला लिया जाएगा.”
अस्पताल ने कहा, “जब तक उनका ब्लड प्रेशर स्थिर नहीं हो जाता तब तक अस्पताल में उनकी जांच और निगरानी की जाएगी , ब्लड प्रेशर और थकावट के अलावा उनके शरीर में कोई अन्य लक्षण नहीं है , उनका हेमोडायनामिक भी स्थिर है.” अस्पताल के मुताबिक, रजनीकांत 22 दिसंबर को कोरोनावायरस जांच रिपोर्ट में निगेटिव पाए गए थे.
रजनीकांत हैदराबाद में पिछले 10 दिनों से अपनी फिल्म ‘अन्नात्थे’ की शूटिंग कर रहे थे. फिल्म के सेट से कुछ लोग कोरोनावायरस से पॉजिटिव पाए गए, जिसके चलते रजनीकांत का भी कोरोना टेस्ट हुआ, जिसमें वह 22 दिसंबर को निगेटिव पाए गए. निगेटिव आने के बाद उन्हें आईसोलेशन में रखा गया है और उनकी निरंतर देखभाल की जा रही है.
अस्पताल ने जारी किए बयान में बताया था कि, अभिनेता रजनीकांत में कोरोना के कोई भी लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं, लेकिन उनके ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव देखते हुए उन्हें मूल्यांकन की आवश्यकता थी, जिसके लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है ."
रजनीकांत ने हाल ही में कहा था कि वह इस फिल्म को समाप्त करने के बाद सक्रिय रुप से राजनीति में प्रवेश करेंगे , उन्होंने यह भी कहा था कि वह इसका विवरण 31 दिसंबर को देंगे.
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