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राज्यसभा उपसभापति पद के लिए हुए चुनाव में एनडीए उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह को जीत मिली है. हरिवंश को वोटिंग में कुल 125 वोट मिले, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद को कुल 105 वोट मिले.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरिवंश नारायण सिंह को उपसभापति निर्वाचित होने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि हरिवंश नारायण सिंह की बलिया के स्वतंत्रता आंदोलन में बड़ी भूमिका रही है. निर्वाचित उपसभापति हरिवंश के बारे में जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण के गांव में जन्मे हरिवंश ने कलम के जरिए अपनी पहचान बनाई.
पीएम ने कहा कि हरिवंश पूर्व पीएम चंद्रशेखर के करीबी थे लेकिन उन्होंने हमेशा अपने पद की गरिमा बनाए रखी. उन्होंने कहा कि हरिवंश को मालूम था कि चंद्रशेखर इस्तीफा देने वाले हैं फिर भी उन्होंने पत्रकार होने के बावजूद इस जानकारी का इस्तेमाल अपने अखबार के लिए नहीं किया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उच्च सदन में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने निर्वाचित उपसभापति को जीत की बधाई दी. उन्होंने कहा, ‘अब वह (हरिवंश नारायण सिंह) सबके डिप्टी चेयरमैन हैं. चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन को विपक्ष का ज्यादा होना चाहिए.’
आजाद ने कहा कि हिंदी के प्रचार-प्रसार में हरिवंश नारायण सिंह का योगदान बेहद अहम है. उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि एक पत्रकार होने के नाते हरिवंश का अनुभव विपक्ष के बहुत काम आएगा.
244 सदस्यीय राज्यसभा में उपसभापति चुनाव को जीतने के लिए 123 वोटों की जरूरत पड़ेगी. अगर एआईएडीएमके (13), बीजेडी (9), टीआरएस (6) और वाईएसआर कांग्रेस (2) का समर्थन एनडीए को मिल जाता है तो उसके पास 126 वोट हो जाएंगे.
उच्च सदन में बीजेपी के 73 और कांग्रेस के 50 सदस्य हैं. बीजेपी के सहयोगी जेडीयू (6), शिवसेना और अकाली दल के तीन- तीन सदस्य हैं.
राज्यसभा उपसभापति चुनाव में वोटिंग के लिए केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, अनंत कुमार, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान और राज्यवर्द्धन सिंह राठौन राज्यसभा पहुंच चुके हैं.
एनडीए की ओर से उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह ने कहा है कि उन्हें जीत का पूरा भरोसा है.
राज्यसभा उपसभापति के लिए संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार बीकेहरि प्रसाद ने जीत की उम्मीद जताई है. उन्होंने इस चुनाव को बीजेपी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई बताते हुए कहा कि विपक्ष के पास पर्याप्त संख्याबल है.
बीजेपी ने सभी राज्यसभा सांसदों को 11:00 बजे से सदन में मौजूद रहने के लिए कहा है.
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने तय किया है कि वह राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए होने वाली वोटिंग मे हिस्सा नहीं लेगी. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रफी अहमद मीर ने कहा, ‘‘पीडीपी ने वोटिंग से अलग रहने का फैसला लिया है... यह फैसला बीजेपी के साथ गठबंधन टूटने की वजह से लिया गया है.''
उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही यूपीए ने समर्थन के लिए पीडीपी से संपर्क नहीं किया है. इसलिए, विचार-विमर्श के बाद यह उचित लगा कि वोटिंग से अलग रहना पार्टी के हित में है.'' गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा की तीन सीटें हैं. इनमें से दो सीटें पीडीपी के पास हैं, जबकि एक बीजेपी के पास है.
राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार जेडीयू के हरिवंश को शिवसेना का समर्थन मिल गया है. उच्च सदन में शिवसेना के सदस्य अनिल देसाई ने कहा ‘‘हम एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करेंगे.''
बता दें कि बीजेपी से नाराज चल रही शिवसेना के सदस्य हाल ही में मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान अनुपस्थित रहे थे. उच्च सदन में शिवसेना के तीन सदस्य हैं. इससे पहले पार्टी सांसद संजय राउत ने भी उपसभापति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने की पुष्टि की थी.
राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए विपक्ष के बीके हरिप्रसाद और सत्ताधारी एनडीए के हरिवंश के बीच मुकाबला है. उम्मीदवारी की घोषणा के बाद हरिप्रसाद ने कहा कि पार्टी ने निश्चित रूप से काफी सोच विचार के बाद यह फैसला किया होगा. उन्होंने चुनाव में सकारात्मक परिणाम मिलने का उम्मीद जताई.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने जीत के लिये जरूरी मत मिलने का दावा करते हुये कहा कि संख्या बल उनके पक्ष में है. उन्होंने कहा कि किसी एक सदस्य के नाम पर सहमति नहीं बन पाने के कारण विपक्ष को चुनाव का विकल्प अपनाना पड़ा.
कांग्रेस के पीजे कुरियन के बीती एक जुलाई को रिटायर होने के बाद से यह पद खाली है.