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नागरिकता संशोधन विधेयक 2019, 11 दिसंबर को राज्यसभा में पारित हो गया. ये विधेयक लोकसभा में पहले ही पारित हो चुका है. राज्यसभा में विधेयक के पक्ष में 125 जबकि विपक्ष में 105 वोट पड़े. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को राज्यसभा में विधेयक को पेश किया, जिस पर करीब छह घंटे की बहस के बाद अमित शाह ने सदन में विधेयक से संबंधित जवाब दिए. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि राज्यसभा से CAB पास होना संवैधानिक इतिहास का काला दिन है. वहीं टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि पश्चिम बंगाल में NRC और CAB को लागू नहीं किया जाएगा.
बिल पास होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि, बिल के विरोध में 105 वोट पड़े ये काफी खुशी की बात है. उन्होंने कहा- कि जैसा कि गृहमंत्री अमित शाह कह रहे हैं कि नागरिकता विधेयक पर 130 करोड़ लोग उनके साथ हैं, लेकिन असम और पूर्वोत्तर राज्यों समेत कई जगहों पर विधेयक का विरोध किया जा रहा है. साफ है कि वो लोग 130 करोड़ लोगों में नहीं शामिल है.
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, बीजेपी का नागरिकता बिल जैसा कदम ऐतिहासिक नहीं बल्कि ऐतिहासिक भूल साबित होगा.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, संसद में संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है. देश को जाति और धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है. नागरिकता बिल देश की सामाजिक ताने-बाने को नष्ट कर देगा.
टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, ये सरकार केवल बड़े वादे करती है लेकिन उनके सभी वादे विफल हो जाते हैं. ममता बनर्जी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पश्चिम बंगाल में NRC और CAB को लागू नहीं किया जाएगा.
नागरिकता संशोधन विधेयक संसद के दोनों सदनों में पास होने के बाद से बीजेपी में खुशी की लहर है. बीजेपी नेता विधेयक को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को बधाई दे रहे हैं. इस विधेयक को बीजेपी नेता ऐतिहासिक बता रहे हैं. उधर, पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थियों में भी खुशी का माहौल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा-
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, यह विधेयक पड़ोसी देश के धार्मिक उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को गरिमापूर्ण जीवन देगा.
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