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यदि आप थोड़े से भी मेरे जैसे हैं, यानी घर से निकलते वक्त अगर आप अपना पर्स, चाबी या नाश्ता भी भूल जाते हैं. तो शायद आपको ज्यादा दिक्कत ना हो और आप उसके बिना भी अपना दिन गुजार लेंगे.
लेकिन अगर आप भूल से भी अपना मोबाइल यानी अब जो आपकी जिंदगी का सबसे अहम हिस्सा बन चुका है. अगर आप अपना फोन घर पर भूल जाते हैं तो उसके बिना आप एक पल भी नहीं काट सकते और आपको अहसास होता है कि अपने फोन को भूलना ही आपकी सबसे बड़ी भूल है.
लेकिन दुर्भाग्यवश, बहरहाल हमेशा आपके साथ रहने वाला आपका फोन आपका वैसा देस्त भी नहीं है जैसा आपको लगता है. इसलिए कई दफा होने वाली बेकार की कॉल ड्रॉप्स के लिए आप टेलीकॉम कंपनियों का शुक्रिया अदा कर सकते हैं.
लेकिन मैं शर्त के साथ कह सकती हूं कि कई ऐसे भी बाते हैं जिनसे कुछ लोगों को कॉल ड्रॉप जैसी समस्या बिल्कुल भी सिरदर्द नहीं लगेगी.
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपको की गई कॉल किस प्रोडक्ट, सर्विस या फंडिंग प्रोजेक्ट के लिए की गई है. कस्टमर सर्विस प्रोवाइड कराने वाली सभी कॉल्स लगभग एक जैसी ही होती हैं.
और अगर यह कॉल टॉल फ्री नंबर है तो आपको ब्रोशर और वेबसाइट पर छपी हर छोटी से छोटी जानकारी के साथ ही इधर-उधर की हर बात झेलनी पड़ेगी.
इसके अलावा अगर फोन होल्ड है तो आपको इस कॉल पर अनचाहा म्यूजिक भी सुनना पड़ सकता है. इसके बाद जब ऐसी कॉल्स अपने आखिरी दौर में होती हैं तो आप अपनी जान बचाने के लिए कोई ना बहाना भी नहीं ढूंढ सकते. इससे बेहतर तोे ये है कि अधिकतर परेशानी देने वाली ये कॉल ड्रॉप ही हो जाएं.
क्या आपको लगता है कि इनके बारे में अब कुछ बताने की जरूरत है? अगर आपको मैडिसन से कॉल आए और वह ड्रॉप हो जाए तो आपको खुश ही होना चाहिए. सही कहा न?
कंट्रोवर्सी क्वीन राखी सावंत जो मजाकिया, लुभावनी और टोटली टाइमपास हैं. अपने ऊलजुलूल बयानों को लेकर राखी को सुर्खियों में बने रहना खूब आता है. शायद इस दुनिया में हर कोई राखी का दोस्त जरूर है.
चाहें, वो इंद्राणी मुखर्जी हों या ‘प्योर एंड पाइस’ राधे मां. लेकिन राखी हम ये बात बिल्कुल भी नहीं जानना चाहते कि आखिर आपसे फोन पर बात कौन करता है?
लालू प्रसाद यादव को आप पसंद करें या नापसंद करें लेकिन आप उन्हें नजरअंदाज नहीं कर सकते. एक बड़ी भीड़ के सामने दहाड़ते हुए पीएम मोदी की मिमिक्री करना हो या बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को मोटा कहकर उनका मजाक उड़ाना, बेशक लालू भारतीय राजनीति के सबसे मजाकिया राजनेता हैं जो राजनीति के साथ-साथ मनोरंजन भी करते हैं.
लेकिन, शायद आजकल लालू कुछ ज्यादा ही मजाक उड़ा रहे हैं. शायद लालू जी को कुछ समय मीडिया से दूर रहना चाहिए. हमें लगता है कि कॉल ड्रॉप की समस्या लालू को परेशान भी नहीं करेगी.
भारतीय राजनीति के ‘नायक’ अरविंद केजरीवाल को भी शायद कॉल ड्रॉप की समस्या परेशान नहीं करेगी, क्योंकि रेडियो स्टेशन, विज्ञापनों और होर्डिंग्स हर जगह से तो केजरीवाल अपनी आवाज लोगों तक पहुंचा ही सकते हैं.
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