advertisement
साल 2018 खत्म होते-होते देश का सियासी माहौल काफी बदल चुका है. खास तौर पर हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद. बदले माहौल के बीच योगगुरु रामदेव ने कहा है कि राजनीतिक हालात बेहद मुश्किल हैं, ऐसे में कहा नहीं जा सकता कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?
तमिलनाडु के मदुरै में मीडिया से बातचीत में रामदेव ने कहा:
रामदेव के इस बयान को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की जीत और बीजेपी की हार के बाद पैदा हुए मौजूदा राजनीतिक हालातों से जोड़कर देखा जा रहा है.
रामदेव ने ये भी कहा, '‘हमारा लक्ष्य सांप्रदायिक या हिंदू भारत बनाने का नहीं है, हम भारत और दुनिया को आध्यात्मिक बनाना चाहते हैं.'’
बाबा रामदेव ने सांप्रदायिक भारत न बनाने की बात कहकर मौजूदा सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधा है. इससे पहले रामदेव ने कहा था, ''मैं सर्वदलीय और निर्दलीय हो गया हूं, मेरा मन बदल गया है.''
योगगुरु रामदेव को राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखने के लिए जाना जाता है. हाल ही में रामदेव ने बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था, ‘हिंदुस्तान में जितनी सामाजिक सहिष्णुता है, उतनी दुनिया के किसी भी देश में नहीं है और उन्हें (नसीरुद्दीन शाह) दुनिया घूमकर ये बात देख लेनी चाहिए.’
इसके साथ ही उन्होंने हनुमानजी को लेकर राजनेताओं के बयान पर कहा कि वैदिक काल में जन्म के आधार पर जाति-व्यवस्था नहीं थी और हनुमानजी को जाति से जोड़ना अपने महापुरुषों का अनादर है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)