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उन्नाव कांड ने यूपी की राजनीति में भूचाल ला दिया है. विधायकों के रसूख पर सवाल उठा दिया है. एक लड़की के साथ गैंगरेप हुआ है और उसका आरोप है कि एक बीजेपी एमएलए ने इस वारदात को अंजाम दिया. इस मामले में जांच जारी है. मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. इस विधायक पर रेप का संगीन आरोप लगने के बाद ये मामला प्रदेश के साथ-साथ देशभर में सुर्खियों में बना हुआ है.
हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं जब किसी सत्ताधारी पार्टी के विधायक पर रेप के आरोप लगे हों. इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के कई विधायकों और दिग्गज नेताओं पर ऐसे आरोप लग चुके हैं. इन दागदार नेताओं पर डालते हैं एक नजर-
उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी नेता गायत्री प्रजापति रेप के आरोप में जेल की हवा खा चुके हैं. 2 साल पहले गायत्री प्रजापति भी कुलदीप सेंगर की तरह सुर्खियों में आए. जब 2016 में चित्रकुट की एक महिला ने प्रजापति पर अपहरण और गैंगरेप का आरोप लगाया. मुलायम के करीबी माने जाने वाले प्रजापति के खिलाफ भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मामला दर्ज किया गया. 2017 में उन्हें जेल भी भेजा गया. अभी हाल ही में उन्हें जमानत दी गई है.
समाजवादी पार्टी की ही सरकार में उनके पार्टी के एक विधायक अरुण वर्मा पर 2013 में गैंगरेप का आरोप लगा. सुल्तानपुर के इस विधायक और उनके साथियों पर एक महिला ने गैंगरेप का आरोप लगाया. शुरुआती जांच में विधायक को इस मामले में क्लीन चीट दे दी गई थी. लेकिन 2016 में महिला की तरफ से अर्जी देने के बाद अदालत ने जांच के आदेश दिए.
जांच जल ही रही थी कि उस महिला की हत्या कर दी गई. इस हत्या का आरोप भी एसपी नेता अरुण वर्मा पर ही लगा.
2011 में जब यूपी में बीएसपी की सरकार हुआ करती थी. पार्टी के विधायक और दद्दू प्रसाद पर बांदा की एक महिला ने रेप का आरोप लगाया. पार्टी ने कदम उठाते हुए उसे बीएसपी से बाहर काू रास्ता दिखा दिया.
बीएसपी के सत्ता में रहते हुए 2010 में पार्टी के विधायक पुरषोत्तम द्विवेदी पर उनकी नौकरानी ने रेप का आरोप लगाया. यह मामला उन दिनों सुर्खियों में भी रहा. मामले में सीबीआई जांच कराई गई जिसके बाद द्विवेदी को सजा हुई.
यूपी के कद्दावर नेता अमरमणि त्रिपाठी का नाम 2003 तब सुर्खियों में आया, जब यूपी की एक कवियित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या हुई. इस हत्याकांड में अमरमणि का नाम सामने आया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि मधुमिता प्रेग्नेंट थी. इस मामले में अमरमणि को सजा हुई और उन्हें जेल भी जाना पड़ा. अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि त्रिपाठी पर भी 2015 में अपनी पत्नी की हत्या का आरोप लगा है.
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