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उर्जित पटेल के इस्तीफे पर आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने कहा कि पहले CBI प्रमुख को हटाया, अब RBI प्रमुख का इस्तीफा. सुप्रीम कोर्ट के जज दुखी, इलेक्शन कमीशन कठपुतली, EVM सड़कों पर मिल रही है. सच में देश बदल रहा है.
राहुल गांधी ने कहा कि उर्जित पटेल का इस्तीफा एक स्वतंत्र संस्था पर हमला है. बीजेपी ने मॉडर्न इंडिया के सभी टेंपल को धाराशायी कर दिया है. अगर इस तरह के हमले नहीं रुकें तो देश खुद बर्बाद हो जाएगा.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, “मैं उर्जित पटेल को एक बेहतरीन अर्थशास्त्री के तौर पर जानता हूं. वो भारतीय अर्थव्यवस्था पर मजबूत पकड़ रखते हैं. उनका अचानक से इस्तीफा देना देश की अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका है.”
उर्जित पटेल के इस्तीफे पर उद्धव ठाकरे ने कहा, “भले ही उन्होंने व्यक्तिगत कारण बताकर इस्तीफा दिया हो लेकिन सरकार बार बार किसी को नियुक्त करने और हटाने का नाटक करने के बजाए एक ही बार फैसला कर, पूरे रिजर्व बैंक को कब्जे में ले ले.”
रिजर्व बैंक निदेशक मंडल में स्वतंत्र निदेशक एस. गुरुमूर्ति ने उर्जित पटेल के इस्तीफे को ‘‘आश्चर्यचकित करने वाला'' बताया और कहा कि उनकी कमी खलेगी. उन्होंने कहा कि सरकार और केन्द्रीय बैंक के बीच विवादित मुद्दों पर जो तालमेल बनने जा रहा था उन कोशिशों के लिए उर्जित का इस्तीफ बड़ा झटका है.
केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि उन्होंने मोदी सरकार को आरबीआई के आरक्षित कोष से तीन लाख करोड़ रुपये की लूट नहीं करने दी. अब मोदी सरकार ‘संभालने में ज्यादा आसान' व्यक्ति को लाएगी जो यह लूट करने दे.''
RBI गवर्नर के इस्तीफे पर ममता बनर्जी ने कहा कि उर्जित का इस्तीफा देश के लिए चिंता की बात है. देश में आर्थिक आपातकाल शुरु हो चुका है.
पी चिदंबरम ने कहा कि सरकार आरबीआई पर कब्जा करना चाहती है, ताकि वो वित्तीय घाटा छुपा सके और चुनावी साल में उसके पास खर्च करने के लिए फंड इकठ्ठा हो जाए.
उर्जित पटेल का RBI के गवर्नर पद से इस्तीफे पर कांग्ररेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “आरबीआई जैसी स्वतंत्र संस्था के अधिकारों पर अगर मोदी सरकार अतिक्रमण करेगी, अर्थव्यवस्था को रौंद देगी, तो देश चलेगा कैसे? मजबूर होकर उर्जित पटेल जी को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. इससे पहले आर्थिक सलाहकार ने भी अपना काम छोड़ दिया था.”
RBI गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे पर कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा, "मोदी सरकार की ओर से नियुक्त किए गए लोग ही पद छोड़ रहे हैं. पहले अरविंद सुब्रमण्यम ने पद छोड़ा और अब उर्जित पटेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. अर्थव्यवस्था चरमरा रही है और मोदी खुद को सबसे बड़ा अर्थशास्त्री समझ रहे हैं. उन्हें किसी की जरूरत ही नहीं है.”
राहुल गांघी ने कहा कि "विपक्षी पार्टियों की चल रही मीटिंग के दौरान हमें पता चला कि RBI के गवर्नर उर्जित पटेल ने इस्तीफा दे दिया. मीटिंग में इस बात पर हम सभी एकमत हुए कि सरकार सीबीआई, आरबीआई, इलेक्शन कमीशन जैसी संस्थाओं के साथ जो गलत कर रही है उसे हम लोगों को रोकना चाहिए.”
RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि उर्जित पटेल का इस्तीफा सभी भारतीयों के लिए चिंता की बात है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ''हम उर्जित पटेल को हमेशा याद करेंगे. पटेल को इकनॉमिक्स से जुड़े मुद्दों की गहरी जानकारी है. उनके नेतृत्व में आरबीआई में वित्तीय स्थिरता आई है.''
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर उर्जित पटेल को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं.
उर्जित पटेल ने कहा, ''निजी कारणों से मैं अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे रहा हूं. रिजर्व बैंक में कई साल से अलग-अलग पदों पर रहकर काम करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है. रिजर्व बैंक के कर्मचारियों, अधिकारियों और मैनेजमेंट का जो साथ मिला, उसके लिए आभारी हूं. मैं इस मौके पर रिजर्व बैंक बोर्ड के सभी डायरेक्टर और अपने साथियों का शुक्रिया अदा करता हूं. उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं.''
रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने इस्तीफा दे दिया है. पटेल ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है. बता दें कि कुछ महीनों से रिजर्व बैंक और सरकार के बीच बड़ा मतभेद चल रहा था. अब 14 दिसंबर को रिजर्व बैंक बोर्ड की बैठक के पहले गर्वनर के इस्तीफे से सवाल उठ रहे हैं.
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