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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत चीन के मामले पर सच जानते हैं, लेकिन वह उसका सामना करने से डरते हैं.
राहुल ने रविवार को न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें चीन को लेकर भागवत का बयान दिया गया था.
हालांकि, एएनआई ने भागवत का जो बयान पहले जारी किया था, उसने बाद में उसमें करेक्शन किया और बताया कि अनुवाद में गलती हो गई थी.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, भागवत ने नागपुर से विजयादशमी के संबोधन में कहा, ''चीन ने सामरिक बल के गर्व में हमारी सीमाओं का अतिक्रमण करने की कोशिश की. भारत ही नहीं उसने ताइवान, वियतनाम, अमेरिका और जापान के साथ भी झगड़ा मोल लिया. इस बार भारत ने जो प्रतिक्रिया दी, उसके कारण वो सहम गया, उसे धक्का मिला.''
भागवत ने कहा, ''हमको ज्यादा सजग रहने की जरूरत है, क्योंकि जो नहीं सोचा था उसने (चीन), ऐसी परिस्थिति खड़ी हो गई. इस प्रतिक्रिया में वो (चीन) क्या करेगा, नहीं पता है. इसलिए इसका उपाय क्या है? सतत सावधानी, सजगता और तैयारी.''
आरएसएस के सरसंघचालक ने चीन को संदेश देते हुए कहा, ''हम सभी से मित्रता चाहते हैं. वो हमारा स्वभाव है, लेकिन हमारी सद्भावना को कमजोरी मानकर अपनी ताकत के प्रदर्शन से कोई भारत को झुका ले, यह हो नहीं सकता.''
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