Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019'हम मर जाएंगे,मोदी जी हमें निकालिए-यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की गुहार

'हम मर जाएंगे,मोदी जी हमें निकालिए-यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की गुहार

वीडियो शेयर करने वाले बिहार के महताब ने क्विंट को बताया कि, पीने के लिए पानी नहीं है, वो बर्फ पिघला कर पी रहे हैं.

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
<div class="paragraphs"><p>यूक्रेन में फसे भारतीय छात्र</p></div>
i

यूक्रेन में फसे भारतीय छात्र

Photo-Altered by Quint  

advertisement

यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) के हमले का आज नौवां दिन है. रूसी सैनिकों की ओर से लगातार यूक्रेन के विभिन्न शहरों पर लगातार हमले जारी हैं. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक शुक्रवार को 9वें दिन रूसी सेना ने यूक्रेन में हमले तेज कर दिए हैं और वे देश के स्कूलों और बड़ी आवासीय इमारतों को अपना निशाना बना रहे हैं. इस बीच यूक्रेन से एक भारतीय छात्र महताब ने वीडियो शेयर किया है जिसमें वह रूसी हमले में मारे जाने और पीएम मोदी से भारतीय छात्रों को बचाने की गुहार लगा रहे हैं. महताब बिहार के रहने वाले हैं और यूक्रेन के एक सोमी विश्वविद्यालय के हॉस्टल में कई भारतीयों के साथ फंसे हैं.

यूक्रेन में फंसे महताब ने वीडियो में बताया कि कई सारे भारतीय छात्र यूक्रेन के सोमी में फंसे हुए हैं. हमले के दिन से भारत की तरफ से एक भी छात्र का रेस्क्यू नहीं किया गया है. यहां हर दिन बम धमाके हो रहे हैं. छात्र का यह वीडियो 4 मार्च को शेयर किया गया है जिसमें यह छात्र बता रहा है कि उन्होंने और अन्य भारतीय छात्रों ने कई दिनों से खाना नहीं खाया है, और न ही यहां पीने के लिए पानी हैं. वीडियो में छात्र ने बताया कि अभी तक भारत सरकार की तरफ से कोई भी सहायता नहीं पहुंची है.

क्विंट से बात करते हुए महताब ने बताया कि वह बिहार के चंपारण के रहने वाले हैं.और यूक्रेन में रहकर डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने आगे बताया कि यह वीडियो उन्होंने आज ही रिकॉर्ड किया है. महताब ने बताया कि वहां पीने के लिए पानी भी नहीं है और बर्फ को पिघला कर ये उसे पीने के पानी के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. महताब ने बताया कि हम लोग हॉस्टल विश्वविद्यालय में फसे हुए हैं और किसी भी भारतीय अथोरियटी की तरफ से कोई भी सहायता नहीं की गई है.उन्होंने बताया कि यूक्रेन सरकार की तरफ से भी कोई आश्वासन नहीं दिया गया है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT