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संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) की नौ दिवसीय यात्रा पर गए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 26 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) को संबोधित किया और कनाडा, पाकिस्तान का नाम लिए बगैर निशाना साधा.
विदेश मंत्री जयशंकर के भाषण की बड़ी बातें यह रहीं:
हमें यह नहीं स्वीकार करना चाहिए कि आतंकवाद, उग्रवाद और हिंसा पर हमारी प्रतिक्रिया को राजनीतिक सुविधा निर्धारित करती है. इसी तरह, क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान और आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की कवायद चुनिंदा रूप से नहीं की जा सकती है. जब वास्तविकता बयानबाजी से दूर हो जाती है, तो हमें इसे उजागर करने का साहस होना चाहिए.
हमारा नवीनतम दावा विधायिकाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटें आरक्षित करने के लिए अग्रणी कानून है. मैं एक ऐसे समाज के लिए बोलता हूं जहां लोकतंत्र की प्राचीन परंपराओं ने गहरी आधुनिक जड़ें हैं. परिणामस्वरूप, हमारी सोच, दृष्टिकोण और कार्य अधिक जमीनी और प्रामाणिक हैं.
हमने 75 देशों के साथ विकासात्मक साझेदारी बनाई है. आपदा और आपातकालीन स्थिति में भी हम पहले उत्तरदाता बने हैं. तुर्की और सीरिया के लोगों ने यह देखा है."
ऐसे समय में जब पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण इतना तीव्र है और उत्तर-दक्षिण विभाजन इतना गहरा है, नई दिल्ली शिखर सम्मेलन (G20 Summit) भी इस बात की पुष्टि करता है कि कूटनीति और संवाद ही एकमात्र प्रभावी समाधान हैं... वे दिन खत्म हो गए हैं जब कुछ देश एजेंडा तय करते थे और दूसरों से उसके अनुरूप चलने की उम्मीद करते थे.
यह मानते हुए कि बढ़ोत्तरी और विकास को सबसे कमजोर लोगों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, हमने वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ समिट बुलाकर अध्यक्षता शुरू की. इससे हमें 125 देशों से सीधे सुनने और उनकी चिंताओं को जी 20 एजेंडा पर रखने में सक्षम बनाया गया. परिणामस्वरूप, जो मुद्दे वैश्विक ध्यान आकर्षित करने लायक निष्पक्ष सुनवाई हुई.
हमें कभी भी वैक्सीन रंगभेद जैसे अन्याय की पुनरावृत्ति नहीं होने देनी चाहिए. जलवायु कार्रवाई भी ऐतिहासिक जिम्मेदारियों से बचती नहीं रह सकती. मार्किट की शक्ति का इस्तेमाल भोजन और ऊर्जा को जरूरतमंदों से अमीरों तक पहुंचाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.
विदेश मंत्री का यह भाषण ऐसे समय में आया है जब भारत इन आरोपों को लेकर कनाडा के साथ राजनयिक गतिरोध में है कि कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारे के बाहर खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में "भारत सरकार के एजेंट" शामिल थे.
सोमवार को, कनाडा ने भारत में नागरिकों के लिए अपनी एडवाइजरी को अपडेट किया, जिसमें उन्हें "सतर्क रहने और सावधानी बरतने" के लिए कहा गया. भारत ने भी पिछले हफ्ते कनाडा में अपने नागरिकों के लिए इसी तरह की एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें उन्हें "भारत विरोधी गतिविधियों" और "राजनीतिक रूप से समर्थित हेट क्राइम्स" को लेकर चेतावनी दी गई थी.
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