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टैक्स बचाने के लिए दूसरे देशों में पैसा छिपाने के मामले की आंच अब IPL और बॉलीवुड तक पहुंच गई है. बॉलीवुड कपल सैफ अली खान-करीना कपूर और करिश्मा कपूर के साथ-साथ वीडियोकॉन के वेणुगोपाल धूत का नाम भी टैक्स बचाने के लिए विदेशों में पैसा छिपाने वालों की फेहरिस्त में शामिल हो गया है.
पनामा पेपर्स लीक मामले के नए खुलासे में गुरुवार को अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, आईपीएल पुणे फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगाने के उद्देश्य से 10 सदस्यों ने पी-विजन स्पोर्ट्स कंपनी के निर्माण के लिए साझेदारी की थी. इसमें 15 फीसदी हिस्सेदारी के रूप में वर्जिन आइलैंड्स की कंपनी ओब्डूरेट लिमिटेड की पहचान की गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रेंचाइजी नहीं मिलने के बाद इस कंपनी को बंद कर दिया गया था.
पी-विजन स्पोर्ट्स में इनकी थी हिस्सेदारीः
इस मामले को लेकर जब वीडियोकॉन के मालिक वेणुगोपाल धूत से जानकारी ली गई, तो उन्होंने कहा कि पी-विजन स्पोर्ट्स में उनकी सिर्फ 25 फीसदी की हिस्सेदारी थी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि उन्हें ओब्डूरेट के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
वहीं, अतुल चोर्डिया ने कहा है कि कंपनी की पूरी 100 फीसदी हिस्सेदारी उनके समूह की थी और विदेशी कंपनी की इसमें कोई भी हिस्सेदारी नहीं थी.
इनके अलावा करीना कपूर, सैफ अली खान और मनोज जैन की ओर से अभी कोई जवाब नहीं दिया गया है.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर रघुराम राजन के नेतृत्व वाले भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि विदेश में खोले गए भारतीयों की हर कंपनी अवैध नहीं है और इस पर जांच करने की प्राथमिक जिम्मेदारी एक जांच दल की होगी, जिसका गठन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर किया गया है.
पनामा पेपर्स के ताजा खुलासे के मुताबिक, खेल प्रबंधन कंपनी ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी मीडिया के प्रबंध निदेशक लोकेश शर्मा की ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स में दो कंपनियां पंजीकृत हैं. इसके अलावा एक तीसरी कंपनी भी है, जो खेल प्रबंधन कंपनी की सहायक कंपनी है.
रिपोर्ट के मुताबिक, शर्मा ने कहा कि ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड की कंपनी मार्गरीटा सर्विसेज का अधिग्रहण किया जाना था, लेकिन वह इस मामले में आगे नहीं बढ़े, न ही उन्हें उसका कोई शेयर मिला. एक अन्य कंपनी मार्डी ग्रास होल्डिंग्स के बारे में उन्होंने कहा कि वह संबंधित भारतीय कानून का पालन कर रहे हैं और उस कंपनी पर 31 मार्च 2016 तक कोई कर बकाया नहीं है. तीसरी कंपनी पिपरमिंट मैनेजमेंट के बारे में शर्मा ने कहा कि वह कानून का पालन कर रहे हैं और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को इसकी सूचना दी जा चुकी है.
गुरुवार के हुए नए खुलासे में सामने आए नामों में दिल्ली के एक टायर डीलर, एक बुटीक मालिक, एक ऑस्ट्रेलियाई खनन अरबपति की बेटी, एक टेक्सटाइल एक्पोर्टर, एक इंजीनियरिंग कंपनी के मालिक, एक धातु कंपनी के निदेशक और एक चार्टर्ड एकाउंटेंट का नाम भी शामिल है.
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