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प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में 30 अगस्त को कई बड़े फेरबदल किए गए हैं. कुछ नए अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, तो किसी अधिकारी को उनकी इच्छानुसार सेवामुक्त कर दिया गया है. 1967 बैच के उत्तर प्रदेश काडर के अधिकारी नृपेंद्र मिश्रा वर्तमान में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव हैं. उन्हें अपने पद से सेवामुक्त होने की अनुमति दे दी गई है. इसके साथ ही पीएमओ में तीन डिप्टी सेक्रेटरी, एक ज्वॉइंट सेक्रेटरी और एक ओएसडी की नियुक्ति की गई है.
पीएम मोदी के सहयोगी और प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने शुक्रवार को पदमुक्त होने की इच्छा जाहिर की. मोदी ने उनकी इस इच्छा को मान लिया है लेकिन उनसे दो हफ्ते और अपना काम जारी रखने का अनुरोध किया है. 2014 में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के सत्ता में आने के बाद मिश्रा को मोदी टीम में शामिल किया गया था. पीएम मोदी ने मिश्रा के फैसले का ऐलान करते हुए ट्विटर पर जानकारी दी और उनके काम की तारीफ भी की.
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, "श्री नृपेंद्र मिश्रा सबसे शानदार अधिकारियों में से हैं, जिनके पास सार्वजनिक नीति और प्रशासन की काफी समझ है. जब मैं 2014 में दिल्ली में नया था, तो उन्होंने मुझे बहुत कुछ सिखाया और उनका मार्गदर्शन बेहद अहम रहा."
एक बयान में नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, "माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ देश की सेवा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. उन्होंने मुझ पर जो पूरा भरोसा जताया है, मैं इसके लिए उनका बहुत आभारी हूं. मैंने अपने काम का पूरा आनंद लिया."
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