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देशभर में कोरोना वायरस (COVID-19) के मामलों में कमी आने के बाद अब कई राज्य सरकारों ने गाइडलाइन के साथ स्कूल खोल दिए हैं. क्लास 10वीं-12वीं के बाद अब जूनियर क्लास के बच्चों की ऑफलाइन पढ़ाई की शुरुआत हो रही है. एक सितंबर यानी आज से कई राज्य एक से पांचवीं क्लास तो कुछ 6 से 12वीं क्लास के बच्चों के लिए स्कूल खोल रहे हैं. आइए जानते हैं किन राज्यों में आज से बच्चे स्कूल जा रहे हैं.
दिल्ली में आखिरकार आज से 9वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक के लिए स्कूल खुल गए हैं. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के निर्देशनुसार प्राइवेट और सरकारी स्कूलों ने छात्रों को संक्रमण से बचाने के लिए सामाजिक दूरी और कोरोना नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा. हालांकि अगर पेरेंट्स की परमिशन नहीं है तो किसी भी बच्चे को स्कूल आने के लिए फोर्स नहीं किया जाएगा.
यूपी में आज एक सितंबर से क्लास एक से 5वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं. हालांकि सभी स्कूलों को कोविड गाइडलाइन का पालन करना होगा. मास्क और फिजिकल डिस्टेंसिंग के अलावा स्कूलों में पढ़ाई दो शिफ्ट में रखी गई है. वहीं ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन क्लास का भी है ऑप्शन है.
राजस्थान (Rajasthan) में भी आज से कक्षाएं शुरू हो गई हैं. कोरोना को काबू में करने के लिए सरकार ने स्कूल को दो शिफ्ट में चलाने का फैसला लिया है. इसमें 9वीं-11वीं के छात्र एक समय पर स्कूल आएंगे, और 10वीं-12वीं को एक समय पर बुलाया जाएगा.
इधर शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी स्कूलों में 30% तक पाठ्यक्रम में कटौती का फैसला लिया है. शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने मीडिया से कहा कि लंबे समय से कोरोना संक्रमण की वजह से शिक्षा व्यवस्था बे-पटरी हो गई थी. ऐसे में छात्रों और शिक्षकों पर दबाव न बने इस बात को ध्यान में रखते हुए विभाग ने 30% कोर्स में कटौती का फैसला किया है.
हरियाणा में कोरोना वायरस के मामलों में और गिरावट के साथ सरकार ने आज से चौथी और पांचवीं क्लास के लिए सभी स्कूल खुल गए हैं. शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रियाओं का कड़ाई से पालन करते हुए कक्षाएं संचालित की जाएंगी. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी पत्र के अनुसार इन कक्षाओं के छात्रों को उनके माता-पिता की सहमति से स्कूल आने की अनुमति दी जाएगी.
मध्यप्रदेश में करीब डेढ़ साल बाद आज स्कूली बच्चों का इंतजार खत्म हुआ. आज से 6वीं से 12वीं तक की सभी क्लासेस शुरू हो गई हैं. क्लास में एक समय पर 50% बच्चे ही मौजूद रह सकते हैं. इसके कारण एक बच्चे को हफ्ते में सिर्फ तीन दिन ही स्कूल आना होगा. बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों की इजाजत जरूरी होगी.
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