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बिहार के हाजीपुर में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है. रविवार तड़के जोगबनी से नई दिल्ली आ रही सीमांचल एक्सप्रेस की 11 बोगिया पटरी से उतर गईं. इस हादसे में करीब 7 लोगों की मौत की हो गई है और कई यात्री घायल हुए हैं. यह हादसा रविवार तड़के करीब 3 बजकर 58 मिनट बजे हुआ. जब यात्री गहरी नींद में सो रहे थे, तभी ये हादसा हुआ. फिलहाल मौके पर राहत और बचाव का काम चल रहा है. सीएम नीतीश कुमार ने भी हादसे पर खेद जताया है. हादसे के बाद से इस रूट की कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है, वहीं कुछ ट्रेनों के रूट में भी बदलाव करना पड़ा है.
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्वीट कर इस हादसे की जानकारी दी है. बचाव टीम मौके पर पहुंच चुकी है. बता दें कि ट्रेन नम्बर 12487 जोगबनी से आनंद विहार स्टेशन दिल्ली तक जाती है. हादसे में एसी के तीन डब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
सीमांचल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद रेलवे ने यात्रियों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. ये नंबर हैं- सोनपुर- 06158221645, हाजीपुर- 06224272230, बरौनी- 06279232222
जानकारी के मुताबिक ट्रेन सुबह 3:58 पर महनार से निकलकर शहदेई बुजुर्ग की तरफ जा रही थी.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस हादसे पर शोक जताया है.
हादसे के बाद रेलवे ने मृतकों के परिवार वालों को 5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है, वहीं गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख और मामूली रूप से घायल लोगों को 50 हजार का मुआवजा दिया जाएगा.
Seemanchal Express Accident: हादसे में मरनेवालों की संख्या 7 हो गई है, ईस्ट सेंट्रल रेलवे के जनरल मैनेजर एलसी त्रिवेदी ने बताया की अभी तक 7 लोगों की मौत की खबर है
रेलवे ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. पूर्वी जोन के चीफ कमिश्नर ऑफ सेफ्टी मो. लतीफ खान इस हादसे की जांच करेंगे. पूर्व-मध्य रेलवे के मुख्य सूचना जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार के मुताबिक, "जोगबनी से नई दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल जा रही सीमांचल एक्सप्रेस रविवार तड़के तीन बजकर 52 मिनट पर मेहनार रोड से गुजरी और लगभग चार बजे सहदोई बुजुर्ग के पास इसकी 11 बोगियां पटरी से उतर गईं. उन्होंने बताया कि इस दुर्घटना में तीन स्लीपर (एस 8, एस 9, एस 10) और एक एसी (बी 3) बोगी सहित 11 बोगियां पटरी से उतर गईं और कई बोगियां एक-दूसरे पर चढ़ गईं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्रेन हादसे पर खेद जताया है.
ट्रेन हादसे का खौफनाक मंजर याद करते हुए 40 साल की एक यात्री इमरती देवी ने बताया कि शनिवार रात किशनगंज में उन्होंने ट्रेन पकड़ी थी, लेकिन वो सौभाग्यशाली रहीं कि हादसे में जीवित बच गयीं और उन्हें कोई चोट नहीं आयी जबकि वो ट्रेन के उस डब्बे में थीं जो पटरी से उतर गयी थी.
उन्होंने बताया, ‘‘अचानक मुझे लगा कि मैं धड़ाम से किसी सख्त जगह पर गिर गयी. मेरे कानों में जोरदार धमाके की आवाज गूंज रही थी. मुझे ये समझने में कुछ सेकंड का समय लग गया कि मैं डिब्बे के फर्श पर हूं. इसके बाद लोगों ने ट्रेन की खिड़कियों को तोड़ना शुरू कर दिया और उसके बीच से निकलने लगे.''
उन्होंने बताया, ‘‘करीब डेढ़ घंटे बाद मैंने देखा कि कुछ बचावकर्मी मेरी बजुर्ग सास को सुरक्षित बाहर निकाल रहे हैं क्योंकि वो खुद से ट्रेन से बाहर निकलने में असमर्थ थीं.''
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