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दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन मैन्युफैक्चरर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने Covishield वैक्सीन के इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन (EUA) की रेगुलेटरी इजाजत मांगी है. सीरम इंस्टीट्यूट Covishield वैक्सीन को AstraZeneca और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर बना रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, SII जल्दी ही केंद्र सरकार के साथ एक सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट साइन करने वाला है.
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट ने ये जानकारी रखने वाले लोगों के हवाले से बताया कि वैक्सीन की एक डोज 250 रुपये की हो सकती है.
रिपोर्ट के मुताबिक, सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट साइन करने पर बातचीत अब फाइनल स्टेज पर हैं और ये जल्दी हो सकता है. एक सरकारी सूत्र ने भी पुष्टि की है कि बातचीत आखिरी स्टेज पर हैं.
सरकार ने कहा है कि प्राथमिकता लिस्ट के 30 मिलियन लोगों को वैक्सीन देने के लिए करीब 60 मिलियन डोज की जरूरत पड़ेगी. इस लिस्ट में हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन जरूरी सेवाओं और सुविधाओं में कार्यरत लोग शामिल हैं.
इसके बाद वैक्सीन उन लोगों को दी जाएगी, जिन्हें संक्रमण जल्दी होने की आशंका है या जिन्हें को-मोर्बिडिटी है. फिर 50 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों का नंबर आएगा.
रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से बताया गया कि 'सरकार को वैक्सीनेशन के शुरुआती चरणों में जुलाई तक 400-600 मिलियन डोज की जरूरत पड़ेगी और SII इसकी बल्क में सप्लाई करेगा.' सीरम इंस्टीट्यूट इस वैक्सीन को अपने पुणे स्थित प्लांट में बना रहा है और जमा भी कर रहा है.
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