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वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ दिल्ली के शाहीनबाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन को पुलिस ने खत्म करा दिया है. दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग के बंद पड़े रास्ते को खोल दिया है. 101 दिनों से CAA-NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा था. दिल्ली पुलिस के मुताबिक कोरोनावायरस के प्रकोप को देखते हुए धरना को खत्म कराया गया है. दक्षिण पूर्व दिल्ली के डीसीपी के मुताबिक, कुछ प्रदर्शनकारियों को आदेश नहीं मानने की वजह से हिरासत में लिया गया है.
प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और पुलिसकर्मी प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे थे. जिसके बाद पुलिस ने प्रोटेस्ट स्थल पर लगे टेंट को हटा दिया.
कोरोनावायरस की वजह से दिल्ली में धारा-144 लगा दी गई है और लॉकडाउन किया गया है. जिसे देखते हुए पुलिस ने ये एक्शन लिया है. बता दें कि इससे पहले रविवार को पूरे देश में जनता कर्फ्यू लगाया गया था. इसका शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने भी समर्थन किया था, तब से यहां सांकेतिक धरना चला था, जिसमें कुछ महिलाएं धरने पर बैठी थी. चौकी और चप्पल रखकर सिंबॉलिक प्रोटेस्ट जारी रखा जा रहा था.
बता दें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. सुप्रीम कोर्ट की तरफ से रास्ता खुलवाने के लिए 2 वार्ताकार नियुक्त किए गए थे. जिन्होंने 24 फरवरी को कोर्ट को सीलबंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. वार्ताकार में वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन थे.
इससे पहले कोर्ट ने कहा था कि शाहीन बाग में सड़क बंद होना परेशानी पैदा करने वाला है और प्रदर्शनकारियों को किसी दूसरी जगह जाना चाहिए जहां कोई सार्वजनिक स्थान ब्लॉक न हो.
CAA के विरोध में 15 दिसंबर को जामिया नगर में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद शाहीन बाग इलाके में विरोध प्रदर्शन चल रहा था. इस प्रदर्शन में रोज सैकड़ों महिलाएं भागीदारी कर रही थी.
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