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महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद गोविंदराव पवार (Sharad Govindrao Pawar) ने मंगलवार 2 मई) को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. अपने पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पवार ने अध्यक्ष पद छोड़ने का ऐलान किया. पवार के ऐलान के बाद, एनसीपी नेता और कार्यकर्ता मायूस हो गये और उनसे फैसला वापस लेने के लिए कहा, लेकिन वो अब तक नहीं माने. छह दशक से अधिक लंबे राजनीतिक जीवन में पवार ने कई उपलब्धि हासिल की.
दिग्गज नेता के पार्टी अध्यक्ष छोड़ने के फैसले पर राजनीतिक दलों की तरफ से प्रतिक्रिया आयी. आइये आपको बताते हैं कि किसने क्या कहा?
शिवसेना (UBT) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी शरद पवार से अपना फैसला वापस लेने की अपील की. राउत ने ट्वीट कर लिखा, "गंदी राजनीति और आरोपों से तंग आकर शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे ने भी शिवसेना प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था. ऐसा लगता है कि इतिहास ने खुद को दोहराया है. लेकिन शिवसैनिकों के प्यार के कारण उन्हें अपना फैसला वापस लेना पड़ा. बालासाहेब की तरह पवार साहब भी राज्य की राजनीति की आत्मा हैं."
NCP नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने कहा, "पवार साहब ने खुद कुछ दिन पहले सत्ता परिवर्तन की जरूरत की बात कही थी. उनके इस फैसले को हमें उनकी उम्र और सेहत के लिहाज से भी देखना चाहिए. वह इसे वापस नहीं लेंगे."
NCP सांसद प्रफुल्ल पटेल ने कहा, "पार्टी में इसको (शरद पवार के इस्तीफे) लेकर कोई बातचीत नहीं हुई. मैंने उनसे पूछा, 'उन्होंने हमसे सलाह क्यों नहीं ली?' सभी प्रमुख नेता (पार्टी से) उनके पास जाएंगे और उन्हें मनाने की कोशिश करेंगे."
कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा, "शरद पवार एक अनुभवी राजनेता हैं. वो या उनका परिवार ही कह सकता है कि उन्होंने किन परिस्थितियों में इस्तीफा दिया है. 25 साल तक एनसीपी प्रमुख रहने के बाद से यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है. उनके भतीजे अजित पवार ने कहा कि अब उठाए जाने वाले कदमों पर फैसला करने के लिए वे आपस में चर्चा करेंगे."
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, "शरद पवार ने अपने अध्यक्ष पद से किस कारणवश इस्तीफा दिया है यह बताना मुश्किल है. हमें लगता था कि वे आखिरी सांस तक सामाजिक और राजकीय जीवन में रहकर एक विचारधारा के साथ लड़ेंगे. लेकिन अब उनके इस फैसले से MVA को कोई फर्क नहीं पड़ेगा."
पटोले ने आगे कहा, "यह एनसीपी का आंतरिक मामला है और जहां तक महाविकासी अघाड़ी का सवाल है तो उनका (शरद पवार) मार्गदर्शन हमें मिलता रहेगा और महाविकास अघाड़ी अच्छे से चलेगी."
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "शरद पवार न सिर्फ एक पार्टी के बल्कि पूरे देश के बड़े नेता थे. मेरा मानना है उन्होंने अपनी उम्र और सेहत के चलते यह फैसला लिया है. मुझे लगता है कि उन्होंने पहले ही अपना उत्तराधिकारी चुन लिया है, NCP में कई ऐसे नेता हैं जो उनकी विरासत को संभाल सकते हैं."
महाराष्ट्र कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा, "शरद पवार साहब का इस्तीफा एक आश्चर्यजनक बात है. ऐसे समय में जब सभी पार्टी BJP के खिलाफ एकजुट हुई हैं, ऐसे समय में उनके इस्तीफे से एक अनुभवी नेतृत्व की कमी खलेगी. उनके जितने भी साथी हैं, जो कमेटी बनी है वो विचार करे और शरद पवार साहब को मना ले, यही हम अपेक्षा करते हैं."
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "यह शरद पवार का व्यक्तिगत और एनसीपी का आंतरिक मामला है. इस बात पर अभी कुछ बोलना जल्दी होगा. मुझे लगता है कि अभी हमें राह देखनी चाहिए और उसके बाद ही हम कुछ बोलेंगे."
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