Home News India मोदी ‘फादर ऑफ इंडिया’ पर शशि थरूर-पिता से पहले बच्चा कैसे पैदा हुआ
मोदी ‘फादर ऑफ इंडिया’ पर शशि थरूर-पिता से पहले बच्चा कैसे पैदा हुआ
थरूर बोले- “कश्मीर पर अमेरिका की मध्यस्थता नामंजूर, आतंक के अड्डों को बंद करे पाक.”
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थरूर ने अपने अंदाज में दिया जवाब
(फाइल फोटो: PTI)
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कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अमेरिका का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस भाषण पर कटाक्ष किया है, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी को 'फादर ऑफ इंडिया' बताया था. शशि थरूर ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा-
‘आपको पता है कि हमारे देश के राष्ट्रपिता कौन है. यह किसी को भी बताने की जरूरत नहीं है. लेकिन शायद डोनाल्ड ट्रंप को मालूम नहीं है कि भारत 1947 में आजाद हुआ है और पीएम मोदी का बर्थ डेट शायद 1949 या फिर 1950 है... तो ये समझना काफी मुश्किल है कि पिता बाद में पैदा हो और बच्चा पहले.’
बता दें कि अभी हाल ही में पीएम मोदी अमेरिका दौरे पर गए हुए थे, इसी दौरान ट्रंप और मोदी के बीच हुए द्विपक्षीय वार्ता हुई थी. जिसमें दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की खूब तारीफ की थी. इसी वक्त ट्रंप ने पीएम मोदी को 'फादर ऑफ इंडिया' कहा था.
शशि थरूर ने बीजेपी के आरोप का दिया जवाब
बता दें कि जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद से बीजेपी लगातार कांग्रेस पर पाकिस्तान की बोली बोलने का आरोप लगा रही है. इसी पर शशि थरूर ने अपनी पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा,
‘ये आरोप आश्चर्यनजक हैं कि आर्टिकल 370 के मामले में हमारे बयानों से पाकिस्तान को फायदा हो रहा है. हम एक विपक्षी दल के रूप में कह रहे हैं कि भारत के एक अंग (जम्मू-कश्मीर) के लोगों से किस तरह बर्ताव किया जाना चाहिये. हम इस मामले में ऐसी कोई बात नहीं कह रहे हैं, जिससे पाकिस्तान को खुशी या फायदा हो.’
“कश्मीर पर अमेरिका की मध्यस्थता नामंजूर, आतंक के अड्डों को बंद करे पाक”
शशि थरूर से जब डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता के प्रस्ताव पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने मध्यस्थता के लिए किसी तीसरे पक्ष की जरूरत से साफ इंकार कर दिया. उन्होंने कहा,
“हमें मध्यस्थ की जरूरत नहीं है. हमें पाकिस्तान से बात करने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन अगर वे एक हाथ में बंदूक और दूसरे में बम रखते हैं, तो हम उनसे बात नहीं कर सकते. उन्हें आतंक के अड्डों को बंद करवाना चाहिए. इस मसले पर कांग्रेस और बीजेपी का रुख एक ही है. हम सिर पर बंदूक रखकर बातचीत नहीं कर सकते. यह भारत की स्थिति है. कश्मीर पर तीसरे पक्ष की कोई आवश्यकता नहीं है. हम उनसे (पाकिस्तान) अभी बात नहीं कर रहे हैं, क्योंकि वे आतंकवादियों को पनाह दे रहे हैं और हम इसे स्वीकार नहीं करते हैं.”
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"भारत के अंदरूनी मामले में पाकिस्तान को हस्तक्षेप का अधिकार नहीं"
शशि थरूर यही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, 'जम्मू-कश्मीर मामले में अंतरराष्ट्रीय तौर पर कांग्रेस और भारत सरकार के रुख में कोई फर्क नहीं है. वैसे भी बीजेपी की अगुवाई वाली मौजूदा सरकार अंतरराष्ट्रीय मामलों में कांग्रेस की ही नीतियों का पालन कर रही है.'
बता दें की पिछले महीने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जम्मू कश्मीर मामले में मध्यस्थता करने की गुजारिश की थी. जिसके जवाब में डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा था कि उन्हें ऐसा करने में ख़ुशी होगी. हालांकि मध्यस्थता के प्रस्ताव को भारत ने साफ नकार कर दिया था.