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जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद के पिता ने उनपर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद अब शेहला ने भी पिता के आरोपों पर अपना बयान जारी किया है. शेहला रशीद ने पिता के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा है कि उसके पिता पत्नी के साथ मार-पीट करने वालों में से हैं और जब उन लोगों ने इसके खिलाफ आवाज उठाई तो उसके पिता ने बेबुनियाद आरोप लगाए हैं.
शेहला ने ट्वीट कर कहा,
शहला ने कहा, "यह कोई राजनीतिक मामला नहीं है, क्योंकि यह तब से चल रहा है जब से मैं होश में आई हूं."
शेहला ने कहा, "यह कोई राजनीतिक मामला नहीं है, क्योंकि यह तब से चल रहा है जब से मैं होश में आई हूं."
शेहला ने कोर्ट के ऑर्डर की एक कॉपी भी ट्वीट किया है साथ ही 2005 के एक दस्तावेज भी जिसमें एक स्थानीय कल्याण समुदाय ने उनके पिता से मिलने का अनुरोध किया था, क्योंकि उन्हें परिवार के सदस्यों के साथ अनुचित भाषा का इस्तेमाल करने, धमकी देने, दुर्व्यवहार करने की शिकायत मिली थी.
शेहला के पिता अब्दुल राशिद शोरा ने बेटी पर गंभीर आरोप लगाते हुए जम्मू-कश्मीर डीजीपी को एक लेटर लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी सुरक्षा की भी मांग की है. लेटर में उन्होंने अपनी बेटियों शेहला राशीद, अस्मा और पत्नी जुबैदा शोरा से खुद की जान को खतरा बताया है. डीजीपी को 3 पन्ने के लेटर में अब्दुल रशिद ने लिखा है,
पिता ने ये भी आरोप लगाए हैं कि पैसे ले लिए गए हैं. इन पैसों को जहां पहुंचाना था वहां भेज दिए गए हैं.
शेहला के पिता ने पत्र में आरोप लगाते हुए ये भी कहा है कि इन सबके बाद उन्हें परेशान किया जाने लगा. जब उन्होंने इन सब चीजों के लिए मना किया तो उन्हें धमकियां दी जाने लगीं. अब उन्हें अपनी जान को खतरा है. क्योंकि उनकी बेटी देशद्रोही लोगों के साथ जुड़ गई है.
शेहला के पिता ने पत्र में आरोप लगाते हुए ये भी कहा है कि इन सबके बाद उन्हें परेशान किया जाने लगा. जब उन्होंने इन सब चीजों के लिए मना किया तो उन्हें धमकियां दी जाने लगीं. अब उन्हें अपनी जान को खतरा है. क्योंकि उनकी बेटी देशद्रोही लोगों के साथ जुड़ गई है.
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