advertisement
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित का निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. दीक्षित का 20 जुलाई को 81 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्हें सीने में जकड़न की शिकायत के बाद 19 जुलाई को फोर्टिस-एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, यहीं उन्होंने आखिरी सांस ली. बता दें कि शीला दीक्षित साल 1998 से 2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने शीला दीक्षित के बारे में कहा, ''वह एक तरह से मेरी बड़ी बहन और दोस्त बन गई थीं. यह (उनका निधन) कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा नुकसान है. मैं उन्हें हमेशा याद रखूंगी.''
दिल्ली: कांग्रेस मुख्यालय में सोनिया गांधी और प्रिंयका गांधी ने शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि.
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर उनके निजामुद्दीन स्थित आवास से कांग्रेस मुख्यालय लाया गया.
दिल्ली: शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर निजामुद्दीन स्थित उनके आवास से कांग्रेस मुख्यालय ले जाया जा रहा है.
दिल्ली: बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को दी श्रद्धांजलि.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी शीला दीक्षित के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
गहलोत ने ट्वीट कर कहा,' शीला दीक्षित के निधन की सूचना से बहुत दुखी हूं. यह कांग्रेस के लिए बहुत बड़ी क्षति है.' शीला दीक्षित को जननेता बताते हुए गहलोत ने कहा कि उनकी कमी हमेशा महसूस होगी.
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शीला दीक्षित के निधन पर शोक जताते हुए लिखा है कि वे एक सच्ची कांग्रेसी थीं, जिन्होंने दिल्ली को विश्वस्तरीय शहर बनाने के लिए अथक मेहनत की. पायलट ने शीला के निधन को राष्ट्रीय क्षति बताया है.
शीला दीक्षित के निधन पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शोक जताते हुए कहा है कि उनके निधन से एक राजनीतिक युग समाप्त हो गया.
पंजाब के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘शीला दीक्षित जी की आकस्मिक निधन से अत्यधिक पीड़ा हुईय एक राजनीतिक युग उसके साथ गुजर गया.’’
उन्होंने ट्वीट में कहा है, ‘‘वह (शीला) मेरे लिए एक बड़ी बहन के समान थीं, मेरे मुश्किल क्षणों में मेरा मार्गदर्शन और समर्थन करती थीं. आप मुझे हमेशा याद आएंगी.’’
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दीक्षित के निधन पर शोक प्रकट किया. पटनायक ने एक बयान में कहा, ‘‘दिल्ली की प्रगति में योगदान के लिए वह लंबे समय तक याद की जाएंगी.’’
उन्होंने शोकसंतप्त परिवार के प्रति गहरी सहानुभूति प्रकट की है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शीला दीक्षित के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है. बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘शीला दीक्षित जी के निधन के बारे में जानकर धक्का लगा है. जब मैं सांसद बनी थी वह संसदीय कार्य मंत्री थीं. मेरे साथ हमेशा उनके अच्छे संबंध रहे. हमें उनकी कमी हमेशा महसूस होगी.’’
केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जी के निधन से अत्यंत दुखी हूं. मैं उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. ईश्वर दु:ख की इस घड़ी में उनके परिवार को शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्रदान करे.’’
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुये उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
नायडू ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता श्रीमती शीला दीक्षित जी के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करता हूं. शीला जी सफल और लोकप्रिय नेता थीं जिनके लिए सभी के हृदय में आदर था.’’
बॉलीवुड एक्टर अनिल कपूर ने भी शीला दीक्षित के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘शीला दीक्षित को ‘बेस्ट सीएम ऑफ इंडिया’, ‘पॉलिटिशियन ऑफ द ईयर’ और 'दिल्ली वीमेन ऑफ द डिकेड अचीवर्स अवार्ड 2013’ से सम्मानित किया गया था. वह न केवल कद्दावर नेता थीं, बल्कि बेहतरीन इंसान भी थीं. मैं खुशनसीब हूं, जो मेरी उनसे मुलाकात हुई. देश उन्हें वाकई याद करेगा.’
शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर निजामुद्दीन स्थित उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वहां पहुंचकर शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों को सांत्वना दी.
इसके अलावा कांग्रेस के कई नेता शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंच रहे हैं.
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर दिल्ली सरकार ने दो दिन का राजकीय शोक रखने का फैसला किया है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा, ‘दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जी का निधन दु:खद! शोकाकुल परिजनों के प्रति पूर्ण संवेदना. भारतीय राजनीति में अपने अहम योगदान और शालीनता के लिए उनका योगदान हमेशा स्मरणीय रहेगा. शत्-शत् नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि!’
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने ट्विटर पर लिखा, ‘केरल की पूर्व राज्यपाल और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जी के निधन की खबर सुनकर अत्यंत दुःख हुआ. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और शोकाकुल परिवार को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे.’
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने ट्विटर पर लिखा, “दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की खबर सुनकर आहत हूं. मैं उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करती हूं.’
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लिखा, ‘मैं श्रीमती शीला दीक्षित के निधन पर दुखी और स्तब्ध हूं. वह पूर्व केंद्रीय मंत्री, 3 बार की मुख्यमंत्री और राज्यपाल थीं. उनके निधन से मैंने एक लंबे समय के मित्र और सहकर्मी को खो दिया है. मेरे संवेदनाएं उनके परिवार और दोस्तों के साथ हैं.’
शीला दीक्षित के निधन पर प्रियंका गांधी ने कहा, ' शीला दीक्षित जी के निधन से बेहद दुखी हूं. वे मुझे बहुत प्यार करती थीं. उन्होंने दिल्ली के लिए और देश के लिए जो किया उसे याद रखा जाएगा. ये कांग्रेस पार्टी और देश के लिए बड़ी क्षति है.'
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने शोक संदेश में कहा, "मैं शीला दीक्षित जी के निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. उनके निधन से देश ने एक समर्पित कांग्रेसी जननेता खो दिया है. दिल्ली के लोग उनके मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान विकास में उनके योगदान को हमेशा याद करेंगे.''
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित जी के अचानक निधन की खबर सुनकर दुखी हूं. भगवान उनकी आत्मा और उन्हें शाश्वत शांति दे. दिल्ली आपको याद करेगी मैम, आप मेरी जिंदगी में मां के समान थीं.’
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, 'दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता श्रीमती शीला दीक्षित जी के देहांत की खबर सुनकर व्यथित हूं. दिल्ली के विकास में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा. उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. भगवान शीला जी की दिवंगत आत्मा को शांति दे. ॐ शांतिः.'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि दी है. केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'शीला दीक्षित जी के निधन की हाल ही में खबर मिली है. यह दिल्ली के लिए बड़ी क्षति है. उन्हें हमेशा याद किया जाएगा. उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मैं ह्रदय से संवेदना व्यक्त करता हूं. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.'
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शीला दीक्षित के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'शीला दीक्षित जी के निधन से बेहद दुखी हूं. वह मिलनसार व्यक्तित्व की धनी थीं. दिल्ली के विकास के लिए उन्होंने अभूतपूर्व कार्य किए. उनके परिवार और समर्थकों को मेरी सांत्वना. ओम शांति.'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शाली दीक्षित के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'शीला जी के निधन की खबर से मैं बेहद दुखी हैं. वह कांग्रेस की एक प्यारी बेटी थीं, जिनसे व्यक्तिगत तौर पर मेरे संबंध थे. उनके परिवार और दिल्ली के नागरिकों के प्रति मैं संवेदना व्यक्ति करता हूं.'
साल 2013 में शीला दीक्षित को आम आदमी पार्टी बनाकर राजनीति में आए अरविंद केजरीवाल से शिकस्त मिली. इस हार के बाद वे राजनीति में एक तरह से दरकिनार कर दी गईं. बाद में उन्हें केरल का राज्यपाल बना दिया गया. मोदी सरकार आने पर उन्होंने इस्तीफा दे दिया और दिल्ली लौट आईं.
शीला दीक्षित को गांधी परिवार का बेहद करीबी नेता माना जाता था. उन्होंने साल 1984 में पहली बार कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता था. इसके बाद उन्हें राजीव गांधी सरकार में उन्हें संसदीय कार्य मंत्री बनाया गया था. बाद में शीला दीक्षित प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री भी बनीं.
राजीव के बाद सोनिया गांधी ने भी उन्हें पूरी तवज्जो दी और 1998 में उन्हें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया. इसी साल लोकसभा चुनाव में शीला कांग्रेस के टिकट पर पूर्वी दिल्ली से चुनाव मैदान में उतरीं लेकिन वे हार गईं. बाद में दिल्ली में हुए चुनाव में उन्होंने न सिर्फ जीत दर्ज की, बल्कि मुख्यमंत्री भी बन गईं. शीला लगातार तीन साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं जो कि एक रिकॉर्ड है.
शीला दीक्षित लगातार 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं. दीक्षित को 17 दिसंबर,2008 में लगातार तीसरी बार दिल्ली विधान सभा के लिये चुना गया था. साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. वे दिल्ली की दूसरी महिला मुख्यमंत्री थीं.
2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांगेस पार्टी की मुख्यमंत्री पद लिये उम्मीदवार घोषित की गई थीं.