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संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती पर विवाद जारी है. यूपी और राजस्थान के बाद अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फिल्म रिलीज ना करने की बात की है. शिवराज सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि ‘अगर ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ कर राष्टमाता पद्मावती के सम्मान के खिलाफ फिल्म में दृश्य दिखाएं जाएंगे तो उस फिल्म का प्रदर्शन मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं होगा.’
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार की सुबह बड़ी संख्या में राजपूत समाज से जुड़े प्रतिनिधि बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के साथ मुख्यमंत्री आवास पर शिवराज से मिले और उनके सामने अपनी बात रखी, उसके बाद चौहान ने साफ कहा कि राज्य में फिल्म 'पद्मावती' किसी भी हालत में रिलीज नहीं होगी.
कुछ दिन पहले ही यूपी सरकार ने भी प्रदेश में शांति का हवाला देकर केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर अपील की थी कि यूपी में फिल्म रिलीज ना की जाए. यूपी सरकार ने लेटर में लिखा था कि ‘पद्मावती’ फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किये जाने को लेकर शांति व्यवस्था पर खराब असर पड़ सकता हैं. करणी सेना जैसे कई संगठन फिल्म के सिनेमाघरों में दिखाये जाने पर तोड़फोड़ और आगजनी की चेतावनी दे रहे हैं. इसलिए 1 दिसंबर को फिल्म रिलीज ना की जाए.
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने फिल्म रिलीज को रोकने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी से अनुरोध किया है. उन्होंने फिल्म के प्लॉट को जांचने के लिए एक कमेटी बनाने का भी सुझाव दिया है.
वहीं कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने फिल्म का साथ देते हुए इसे रिलीज करने की बात की है. सिद्धारमैया ने ट्विटर पर लिखा है- असहिष्णुता की संस्कृति की निंदा करता हूं, कर्नाटक दीपिका के साथ खड़ा है , वो एक अच्छी कलाकार हैं. मैंने हरियाणा के सीएम से बात की है और उनसे कहा कि जो लोग दीपिका के को धमकी दे रहे हैं उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए.
वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कोई भी इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेगा.
हालांकि तमाम विवाद के बाद फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज नहीं हो रही है. फिल्म के निर्माता वायकॉम18 ने कहा कि उसने फिल्म रिलीज की तारीख खुद ही टाल दी है. अब ये विरोध की वजह से है या कुछ तकनीकी दिक्कतों की वजह से ये बात अभी तक साफ नहीं हो सकी है.
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