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दिल्ली (Delhi) की साकेत कोर्ट ने मंगलवार, 22 नवंबर को श्रद्धा वालकर हत्या (Shraddha Walkar Murder Case) मामले में आफताब पूनावाला (Aftab Poonawalla) की पुलिस हिरासत अगले चार दिनों के लिए बढ़ा दी. पुलिस ने इससे पहले आफताब की सुरक्षा को लेकर खतरा बताए जाने के बाद उसे वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश किया था.
आफताब पूनावाला ने कथित तौर पर इस साल मई में श्रद्धा वालकर (Shraddha Walkar) की हत्या कर दी, फिर उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और उसके बाद अगले कुछ महीनों में उन्हें ठिकाने लगा दिया.
अदालत में आरोपी ने कहा कि गुस्से में आकर श्रद्धा पर वार किया. उसने अदालत से यह भी कहा कि वह जांच में सहयोग कर रहा है, लेकिन घटना को याद करने में उसे मुश्किल हो रही है.
आफताब पूनावाला के वकील अविनाश कुमार ने कहा, सुनवाई के दौरान जज ने पूनावाला से पूछा कि क्या पूछताछ के दौरान उनके साथ बदसलूकी की गई या उन्हें कोई दिक्कत थी तो पूनावाला ने अदालत से कहा कि "उसे कोई समस्या नहीं है और वह जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं.”
सुनवाई के दौरान आफताब पूनावाला ने अदालत से कहा कि न तो उन्होंने और न ही उनके परिवार ने निजी वकील को नियुक्त किया है और वह अपने कानूनी सहायता वकील से खुश हैं.
द क्विंट से बात करते हुए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की डायरेक्टर दीपा वर्मा ने कहा, "हम पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए तैयार हैं. पुलिस जब भी आरोपी को लाएगी, ये कराया जाएगा."
दिल्ली पुलिस को सोमवार को आरोपी के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए कोर्ट से इजाजत मिल गई थी.
क्या होता है पॉलीग्राफ टेस्ट: इसे लाई डिटेक्टर टेस्ट के रूप में भी जाना जाता है, इसमें एक उपकरण आरोपी की शारीरिक गतिविधियां जैसे ब्लड प्रेशर, पल्स रेट और श्वसन को रिकॉर्ड करेगा, जबकि सब्जेक्ट एक ऑपरेटर से सवालों का जवाब देता है. टेस्ट से इकठ्ठा किए गए डेटा का इस्तेमाल यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि सब्जेक्ट सच कह रहा है.
हालांकि टेस्ट को पूरी तरह से विश्वसनीय नहीं माना जाता है, लेकिन इससे दिल्ली पुलिस को नार्को टेस्ट के लिए सवाल तैयार करने में मदद मिलेगी.
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