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पिछले एक साल से क्रेंद सरकार के विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के गढ़ रहे सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर शुक्रवार, 15 अक्टूबर को मिली लाश ने सनसनी मचा दी. हत्या से जुड़े वीडियो वायरल होने के बाद से पुलिस ने अब तक इस मामले में 2 निहंग सिख आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. ऐसे में शुक्रवार की सुबह से लेकर अब तक इस बर्बर हत्याकांड में क्या-क्या हुआ है, डालते हैं इसपर सिलसिलेवार एक नजर.
शुक्रवार, 15 अक्टूबर के तड़के सुबह, सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन स्थल पर 36 वर्षीय एक व्यक्ति का शव क्षत-विक्षत हालत में पाया गया. मृतक की पहचान लखबीर सिंह के रूप में हुई. कथित तौर पर बॉडी को पुलिस बैरिकेड से बंधा खून से लथपथ हालत में पाया गया था. उसके पैर और उसकी बाईं कलाई कटी हुई थी.
DSP हंसराज ने तब क्विंट को बताया था कि "सुबह करीब 5:00 बजे किसानों के विरोध स्थल पर एक हाथ, पैर कटा हुआ शव पाया गया. जिम्मेदार कौन है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है."
उन्होंने आगे बताया कि सोनीपत के कुंडली पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या) और 34 (सामान्य इरादे को आगे बढ़ाने के लिए कई व्यक्तियों द्वारा किया गया कृत्य) के तहत FIR की गई है. वायरल वीडियो की भी जांच की जा रही है.
किसान आंदोलन स्थल के पास ही इस बर्बर हत्या की खबर ने बाद किसान नेताओं ने आपात बैठक बुलाई. बैठक के बाद किसानों समूहों संगठन- संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि
संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे कहा कि “हम यह मांग करते हैं कि इस हत्या और बेअदबी के षडयंत्र के आरोप की जांच कर दोषियों को कानून के मुताबिक सजा दी जाए. संयुक्त किसान मोर्चा किसी भी कानून सम्मत कार्यवाही में पुलिस और प्रशासन का सहयोग करेगा. लोकतांत्रिक और शांतिमय तरीके से चला यह आंदोलन किसी भी हिंसा का विरोध करता है.”
इस हत्याकांड के संबंध में निहंग सरदार सरबजीत सिंह ने शुक्रवार, 15 अक्टूबर को हरियाणा पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. इसके बाद हरियाणा पुलिस उसे देर रात मेडिकल चेकअप के लिए सिविल हॉस्पिटल ले गयी. इसके बाद पुलिस ने उसे शनिवार, 16 अक्टूबर को आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया.
सिंघु बॉर्डर पर हुई हत्या के मामले में पुलिस को दूसरी सफलता शनिवार, 16 अक्टूबर को ही लगी. अमृतसर (ग्रामीण) पुलिस ने संदिग्ध नारायण सिंह को पंजाब के अमृतसर जिले के रख देवीदास पुरा, अमरकोट गांव से गिरफ्तार किया है.
अमृतसर ग्रामीण एसएसपी राकेश कौशल ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि नारायण सिंह ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उसके अनुसार जब उसे बताया गया कि लखबीर ने गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान किया है, तो वह क्रोधित हो गया और उसने उसका पैर काट दिया. खून बहने से लखबीर की मौत हो गयी.
सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के दलित युवक की हत्या मामले में हरियाणा पुलिस ने दो और निहंग सिखों को हिरासत में लिया है.
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