advertisement
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मजदूरों का मुद्दा उठाकर एक बार फिर मोदी सरकार को निशाने पर लिया है. लॉकडाउन के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे मजदूरों की बात करते हुए सोनिया गांधी ने ऐलान किया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक और कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च उठाएंगी.
सोनिया ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा-
सोनिया गांधी ने मजदूरों से किराया लेने पर केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए कहा- देश और सरकार का कर्तव्य क्या है? आज भी लाखों श्रमिक और कामगार पूरे देश के अलग अलग कोनों से घर वापस जाना चाहते हैं, पर न साधन है, और न पैसा. दुख की बात यह है कि भारत सरकार और रेल मंत्रालय इन मेहनतकशों से मुश्किल की इस घड़ी में रेल यात्रा का किराया वसूल रहे हैं. श्रमिक और कामगार राष्ट्रनिर्माण के दूत हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सोनिया गांधी का पूरा बयान शेयर करते हुए लिखा है-
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मजदूरों से किराया वसूलने पर सरकार को घेरा है.
मजदूरों की शिकायत है कि जब उनकी रोजी छिन गई, खाने तक के पैसे नहीं हैं तो फिर वो टिकट का पैसा कहां से लाएंगे? अलग-अलग राज्यों से जो खबरें आ रही हैं वो परेशान कर देने वाली हैं. भिवंडी से उत्तरप्रदेश के गोरखपुर के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई गई थी. लेकिन इसमें करीब 90 सीटें खाली रह गईं. किसी तरह अपने घर लौटने की आस में स्टेशन पहुंचे 100 से ज्यादा मजदूरों को वापस लौटना पड़ा. क्योंकि इन मजदूरों के पास टिकट खरीदने के पैसे नहीं थे.
ये भी पढ़ें- पाई-पाई को मोहताज 64% मजदूर,पैसा नहीं तो भिवंडी स्टेशन से लौटाए गए
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)