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CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने पर बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है. आलोक वर्मा के समर्थन में स्वामी ने कहा, "मुझे आश्चर्य है कि आलोक वर्मा जैसे एक ईमानदार व्यक्ति को शिफ्ट कर दिया गया है. पी चिदंबरम के खिलाफ आलोक वर्मा ने काफी साफ-सुथरी जांच करवाई थी. दिल्ली पुलिस के कमिश्नर के तौर पर उनका काम अच्छा था."
स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की छुट्टी को सही ठहराते हुए स्वामी ने कहा, "अस्थाना के कारण पी चिदंबरम की चार्जशीट ढाई साल तक रुकी रही. जब इसका चार्ज आलोक वर्मा के पास गया, तभी चार्जशीट फाइल हो सकी. मैं कह सकता हूं कि आलोक वर्मा बहुत ईमानदार हैं. इनको हटाने का कारण मुझे समझ नहीं आता."
स्वामी के मुताबिक, राकेश अस्थाना ठीक शख्स नहीं है. उन्होंने कहा, "मुझे अस्थाना के बारे में पता है. इन्होंने ही सबसे पहले सीवीसी को वर्मा की कंप्लेन की थी."
स्वामी ने ईडी के अधिकारी राजेश्वर सिंह को सबसे ईमानदार बताते हुए उनका समर्थन किया है. उन्होंने कहा, "सब ईडी के सबसे ईमानदार अधिकारी राजेश्वर सिंह के पीछे पड़े हैं. चिदंबरम और हमारी सरकार, दोनों इनके पीछे पड़े हैं."
सरकार ने CBI डायरेक्टर और स्पेशल डायरेक्टर को छुट्टी पर भेजने के बाद नागेश्वर राव को अंतरिम डायरेक्टर नियुक्त किया है. इस पर स्वामी ने कहा, "नए ऑफिसर ईमानदार हैं या नहीं, इसको समझना पड़ता है."
स्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया कि वो आलोक वर्मा को वापस ड्यूटी पर लाएं.
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