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बुल्ली बाई ऐप मामले में चार गिरफ्तारियों के बाद, पुलिस ने अब सुल्ली डील्स मामले में भी बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है. ये गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) टीम ने की है. पुलिस के मुताबिक, ये आरोपी ही केस का मास्टरमाइंड है और इसी ने सुल्ली डील्स ऐप बनाया था. आरोपी को मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया गया है.
25 साल के ओंकारेश्वर ठाकुर ने पुलिस के सामने पूछताछ में कबूला है कि उसी ने जुलाई में ये ऐप बनाया था. इस ऐप के जरिए कई मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें, उनकी सहमति के बिना नीलामी के लिए तस्वीरें अपलोड की गई थीं
IFSO DCP, केपीएस मल्होत्रा ने कहा, "पूछताछ के दौरान, उसने स्वीकार किया कि उसने जनवरी 2020 में ट्विटर पर एक ट्रैड ग्रुप (ट्रैडमहासभा) ज्वाइन किया था. इसके पीछे मकसद मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल और बदनाम करना था. इसके बाद उसने गिटहब पर सुल्ली डील्स का कोड डेवलप किया. इस ऐप का एक्सेस ग्रुप के सभी सदस्यों के पास था. उसने अपने ट्विटर अकाउंट पर ऐप की डीटेल्स शेयर कीं. मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें ग्रुप के दूसरे सदस्यों द्वारा अपलोड की गई थी."
पिछले साल जुलाई में सुल्ली डील्स नाम का एक मामला सामने आया था, जिसमें गिटहब प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर के मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें उनकी मर्जी के बगैर अपलोड की गईं थीं और उन्हें कथित तौर पर 'नीलाम' करने की कोशिश की गई थी.
मुंबई पुलिस इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इसमें बेंगलुरू से एक 21 साल का स्टूडेंट है, जिसका नाम विशाल कुमार झा है. उत्तराखंड से एक लड़की श्वेता सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है. एक तीसरा आरोपी भी उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया है, जो श्वेता का दोस्त बताया जा रहा है.
बुल्ली बाई ऐप के कथित 'मास्टरमाइंड' नीरज बिश्नोई को पुलिस ने 6 जनवरी को गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस की IFSO टीम ने बिश्नोई को असम के जोरहाट से गिरफ्तार किया था.
एक गिटहब प्लेटफॉर्म पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों का उनकी अनुमति के बिना इस्तेमाल कर उनकी नीलामी की कोशिश की गई थी. इसमें कई पत्रकार और नामी महिलाएं शामिल हैं.
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