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डीयू स्टूडेंट गुरमेहर कौर की पोस्ट पर विपरीत प्रतिक्रिया देने वाले अब नरम पड़ते नजर आ रहे हैं. डीयू स्टूडेंट के दिल्ली छोड़कर अपने घर जालंधर जाने के बाद कई बड़े नाम गुरमेहर के समर्थन में आ गए थे, जिसके बाद वीरेंद्र सहवाग और किरेन रिजिजू के रूख में भी नरमी आई है. खबरों की मानें तो बीजेपी के कई नेताओं ने निजी बातचीत में माना कि इस मामले को सही ढंग से हैंडल नहीं किया गया.
इस मामले पर ट्वीट कर वामपंथी दलों पर आरोप लगाने वाले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू के रुख में भी बदलाव आया है. बुधवार को रिजिजू ने कहा कि उन्हें गुरमेहर को मिली धमकियों के बारे में जानकारी नहीं थी, उन्होंने अपने बयान में गुरमेहर की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पूरा समर्थन किया.
केंद्रीय टेलिकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी इस मामले पर गुरमेहर का समर्थन किया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गुरमेहर कौर को अपने विचार रखने का पूरा हक है. रविशंकर प्रसाद ने गुरमेहर को ट्रोल किए जाने की भी निंदा की. उन्होंने कहा,
बॉलीवुड एक्टर और पीएम मोदी के समर्थक माने जाने वाले अनुपम खेर ने भी गुरमेहर का समर्थन करते हुए कहा, 'शहीद फौजी अफसर की बेटी ने इस विषय में सही कहा है कि कोई भी व्यक्ति और मुल्क नहीं चाहता कि युद्ध हो. युद्ध नहीं होने चाहिये. हर सिपाही सरहद पर गोली खाने के लिये नहीं, बल्कि अपने देश की आन-बान-शान बचाने के लिए खड़ा होता है, लेकिन गुरमेहर बयान को राजनीतिक तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है.'
इस मुद्दे पर इंडियन टीम के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग भी बैकफुट पर नजर आ रहे हैं. सहवाग के ट्वीट के बाद ही इस मामले ने सबसे ज्यादा तूल पकड़ा था. लेकिन बुधवार को सहवाग ने कहा,
वहीं, क्रिकेटर गौतम गंभीर, ऐक्ट्रेस विद्या बालन, म्यूजिक डायरेक्टर विशाल डडलानी, और जावेद अख्तर जैसी हस्तियां भी गुरमेहर के समर्थन में आ गईं थीं.
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