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तन्वी-अनस पासपोर्ट मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को सोशल मीडिया पर लगातार ट्रोल किया जा रहा है. ऐसे में सुषमा ने ट्विटर के जरिए ही लोगों को जवाब दिया. उन्होंने अपने खिलाफ किए गए कुछ ट्वीट्स को लाइक किया साथ ही सफाई भी पेश की. सुषमा ने एक ट्वीट में व्यंग्य के लहजे में लिखा है,
''मैं 17 से से 23 जून तो भारत से बाहर थी. मुझे नहीं पता कि मेरी गैर-मौजूदगी में क्या हुआ है. हालांकि, कुछ ट्वीट से मैं सम्मानित महसूस कर रही हूं और आपके साथ साझा कर रही हूं. इसलिए मैंने उन्हें लाइक किया है''
दरअसल, मामला यूपी के लखनऊ के पासपोर्ट ऑफिस का है. तन्वी सेठ नाम की एक महिला ने पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर बदसलूकी का आरोप लगाया था. तन्वी सेठ के मुताबिक जब वो अपना आवेदन लेकर विकास मिश्रा के पास गई तो उन्होंने मुस्लिम से शादी करने को लेकर निजी कमेंट किए. तन्वी का आरोप है कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो विकास मिश्रा ने उनके साथ बदसलूकी की.
पीएमओ से लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से शिकायत और हंगामे के बाद तन्वी को पासपोर्ट दे दिया गया. जल्द कार्रवाई को लेकर सुषमा स्वराज और उनके मंत्रालय पर एक खास धर्म के तुष्टिकरण के आरोप लग रहे हैं. कुछ यूजर्स सुषमा की निजी जिंदगी के बारे में भी विवादित टिप्पणी कर रहे हैं. विदेश मंत्री सुषमा ने कुछ ऐसे ही ट्वीट्स को लाइक और रिट्वीट भी किया है.
कुछ ट्विटर यूजर्स सुषमा स्वराज पर एक धर्म विशेषण के तुष्टिकरण का आरोप लगा रहे हैं
इससे पहले जिस पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा के ऊपर आरोप लगे थे उन्होंने अपने सफाई में कहा था कि वो सिर्फ अपनी ड्यूटी पूरी कर रहे थे. विकास ने कहा, तन्वी सेठ के अप्लीकेशन में उनका हिंदू नाम था, जबकि निकाहनामे में मुस्लिम नाम था. इसको लेकर मैंने आपत्ति की थी. मैंने तन्वी को निकाहनामे में दर्ज नाम के मुताबिक अप्लीकेशन देने को कहा था, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया.
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