advertisement
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विदेश मंत्रालय के कामकाज के बारे में जानकारी दी.
आतंकवाद के साथ-साथ चीन, पाकिस्तान और अमेरिका के साथ रिश्तों को लेकर साफ शब्दों में भारत का रुख जाहिर किया. विदेशी कूटनीति से लेकर घरेलू मोर्चे तक उन्होंने सरकार के कामकाज और उपलब्धियां गिनवाईं.
सुषमा ने कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत में किसी तीसरे पार्टी की जरूरत नहीं है. भारत पाकिस्तान के साथ अपने सभी मामले द्विपक्षीय आधार पर हल करना चाहता है, लेकिन बातचीत और आतंकवाद दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते. कश्मीर का मुद्दा द्विपक्षीय है. भारत-पाक बातचीत में तीसरा पक्ष मंजूर नहीं है.
कुलभूषण जाधव पर उन्होंने कहा कि इस मामले में मेरिट पर काम होगा. जाधव की फांसी पर रोक लगी हुई है. वहां हमारा पक्ष मजूबत है.
चीन के वन बेल्ट-वन रोड (OBOR) पर बोलते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि हम कोई भी पॉलिसी किसी देश को काउंटर करने के लिए नहीं बनाते. हमने चीन की 'एक बेल्ट एक रोड' पाॅलिसी का विरोध भारत की संप्रभुता के चलते किया है.
अमेरिका के साथ संबंधों को लेकर सुषमा स्वराज ने कहा कि अमेरिका के साथ रिश्तों को मजबूत करने में कोई कमी नहीं आई है. ओबामा के बाद ट्रंप के आने से इसपर कोई असर नहीं पड़ा है.
पेरिस समझौते पर ट्रंप के बयान पर सुषमा ने कहा,
इसके अलावा सुषमा स्वराज ने और भी कई जरूरी जानकारियां दीं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)