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देश की विदेश मंत्री और मध्यप्रदेश के विदिशा की सांसद सुषमा स्वराज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया है कि वो 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव नहीं लडे़ंगी. सुषमा ने कहा कि, “अंतिम फैसला पार्टी का है लेकिन मैंने अपना मन बना लिया है कि मैं अगले चुनाव में नहीं लड़ूंगी”
मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार में जुटी सुषमा स्वराज ने इंदौर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि स्वास्थ्य कारणों के चलते वो चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने ये भी कहा कि इस बारे में उन्होंने पार्टी को बता दिया है. काफी समय से सुषमा स्वराज का स्वास्थ्य खास ठीक नहीं था. सुषमा पहले ही अपनी किडनी ट्रांसप्लांट करवा चुकी हैं. इस दौरान डॉक्टरों ने 6 घंटे तक उनकी सर्जरी की थी.
सुषमा को एक 40 साल की महिला ने किडनी दान की थी. स्वराज की सर्जरी कार्डियो थोरासिस केंद्र के 50 डॉक्टरों की टीम ने की थी जिनमें प्रतिरोपण सर्जन, प्रतिरोपण एनेस्थेलॉजिस्ट, नर्स, टेक्नीशियन और अन्य सहयोगी कर्मचारी थे. हालांकि खबरें ये भी हैं कि राज्यसभा का रास्ते बीजेपी उन्हें संसद में बैठाएगी.
सुषमा स्वराज भारतीय राजनीति का एक बहुत बड़ा चेहरा हैं. सुषमा स्वराज साल 2009 में भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गयी थीं, इस नाते वे भारत की पन्द्रहवीं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता रही हैं. इसके पहले भी वे केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल में रह चुकी हैं और दिल्ली की मुख्यमन्त्री भी रही हैं.
अम्बाला छावनी में जन्मीं सुषमा स्वराज ने एस॰डी॰ कॉलेज अम्बाला छावनी से बी॰ए॰ और पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की डिग्री ली है. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पहले जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. आपातकाल का पुरजोर विरोध करने के बाद वे सक्रिय राजनीति से जुड़ गयीं. वर्ष 2014 में वो भारत की पहली महिला विदेश मंत्री बनीं.
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