advertisement
केंद्र सरकार की तरफ से किए जाने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण के नतीजे सामने आ चुके हैं. जिसमें बताया गया है कि देश के कौन से ऐसे शहर हैं जहां सबसे ज्यादा साफ-सफाई है और कौन से वो शहर हैं जो देश में सबसे ज्यादा गंदे हैं. जहां मध्य प्रदेश के इंदौर ने लगातार चौथी बार सबसे साफ शहरों की लिस्ट में अपना नाम पहले नंबर पर दर्ज कराया, वहीं बिहार इस बार भी फिसड्डी साबित हुआ. बिहार की राजधानी पटना का नाम सबसे गंदे शहरों की लिस्ट में टॉप पर है. जिस पर अब विपक्षी दलों ने तंज कसना भी शुरू कर दिया है.
दरअसल हर साल की तरह इस साल भी स्वच्छता सर्वेक्षण कराया गया. जिसमें निकायों को जनसंख्या के हिसाब से बांटा गया और उनकी रैंकिंग तय की गई. इसमें दो कैटेगरी के शहरों को शामिल किया गया, पहले वो जहां 10 लाख से अधिक की आबादी है और दूसरे वो जहां 10 लाख से कम लोग रहते हैं.
10 लाख से कम आबादी के शहरों में टॉप पर छत्तीसगढ़ का अंबिकापुर, उसके बाद कर्नाटक का मैसूर दूसरे और नई दिल्ली तीसरे नंबर पर हैं.
बिहार के शहरों का स्वच्छता सर्वेक्षण में ये हाल देखकर पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने भी चुटकी ली. उन्होंने ट्विटर पर नीतीश कुमार और सुशील मोदी से पूछा कि क्या इस बार भी इसके लिए हमें जिम्मेदार नहीं ठहराएंगें. उन्होंने लिखा, "का हो नीतीश-सुशील? इसका दोष हमें नहीं दोगे क्या? शर्म तो नहीं आ रही होगी इस कथित सुशासनी और विज्ञापनी सरकार के लोगों को??"
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)