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ज्वेलरी ब्रांड तनिष्क एक बार फिर विवादों में है. इस बार भी तनिष्क को एक विज्ञापन के लिए टारगेट किया जा रहा है. तनिष्क के नए दिवाली ऐड को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ लोग उसे निशाना बना रहे हैं. और पिछली बार की ही तरह इस बार भी कंपनी ने दबाव में अपने पैर पीछे खींच लिए और विज्ञापन को हटा लिया है. दिवाली को लेकर जारी इस विज्ञापन में पटाखे नहीं चलाने का मैसेज दिया गया था, जो एक बीजेपी नेता समेत अन्य लोगों को पसंद नहीं आया. इसके बाद फिर से ट्विटर पर बायकॉट तनिष्क का हैशटैग ट्रेंड करने लगा.
विज्ञापन पर विवाद होने के बाद तनिष्क ने इसे हटा लिया है. तनिष्क ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस विज्ञापन को ट्वीट किया था, लेकिन अब प्रोफाइल पर ये विज्ञापन दिखाई नहीं देता.
तनिष्क ने अपना पिछला विज्ञापन भी ये कहते हुए हटा लिया था कि उसने ऐसा अपने स्टोर और कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया है.
कर्नाटक में बीजेपी विधायक सीटी रवि ने ट्विटर पर लिखा कि कंपनियों को अपना प्रोडक्ट बेचने पर ध्यान देना चाहिए, न कि लोगों को पटाखे नहीं जलाने पर ध्यान देना चाहिए. सीटी रवि ने आगे कहा कि वो दीया जलाएंगे, मिठाई बांटेंगे और ग्रीन पटाखे भी जलाएंगे.
सोशल मीडिया पर लोगों ने ऐड को हिंदू सभ्यता के विरुद्ध बता दिया है. यूजर्स एक बार फिर #BoycottTanishq हैशटैग के साथ ट्वीट कर लोगों से इसका बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं.
दिवाली पर देश के कई बड़े शहर प्रदूषण की मार झेल रहे होते हैं. इसमें सबसे बुरा हाल दिल्ली का होता है, जहां दिवाली के आसपास हवा सबसे खराब कैटेगरी में चली जाती है. इसी को देखते हुए दिल्ली में समेत कई राज्यों में पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
9 नवंबर को, NGT (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में 30 नवंबर तक पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है. एनजीटी चेयरपर्सन आदर्श कुमार गोयल की अगुवाई वाली एक बेंच ने यह भी साफ कर दिया है कि यह प्रतिबंध देश के हर उस शहर और कस्बे पर लागू होगा, जहां नवंबर के महीने (पिछले साल के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक) में एयर क्वालिटी ‘खराब’ या उससे ऊपर की कैटिगरी में दर्ज की गई थी. देश में कोरोना के मामलों और प्रदूषण के डेडली कॉम्बिनेशन से बचने के लिए सरकारें ये कदम उठाया जा रहा है.
तनिष्क विज्ञापन पिछले कुछ समय से लगातार लोगों के निशाने पर है. तनिष्क के ‘एकतवम’ विज्ञापन पर भी कुछ लोगों ने जमकर हंगामा किया था. इस विज्ञापन को लोगों ने लव जिहाद से जोड़ दिया था.
विज्ञापन में दिखाया गया था कि कैसे दो धर्मों के लोग एक-दूसरे के रस्मों, रीति-रिवाजों का सम्मान कर रहे हैं. इसमें एक सास अपनी बहू के लिए गोद भराई की रस्म करती है. विज्ञापन देखने पर, सास मुस्लिम और बहू हिंदू प्रतीत होती है.
'लव जिहाद' जैसे शब्द सोशल मीडिया पर अक्सर हिंदू-मुस्लिम कपल के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. इस आपत्तिजनक शब्द को लेकर लोग काफी समय से सोशल मीडिया पर आवाज उठाते आए हैं. तनिष्क के विज्ञापन हुए विवाद के बाद भी कई हिंदू-मुस्लिम जोड़ों ने ट्विटर पर अपने प्यार की कहानी बयां की.
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