Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019पुलवामा में एनकाउंटर: तीन आतंकी ढेर, एक जवान शहीद, मुठभेड़ जारी

पुलवामा में एनकाउंटर: तीन आतंकी ढेर, एक जवान शहीद, मुठभेड़ जारी

पुलवामा में कर्फ्यू लगा दिया गया है और प्रशासन ने वहां इंटरनेट पर रोक लगा दी है.

क्‍व‍िंट हिंदी
भारत
Published:
मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया.
i
मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया.
null

advertisement

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया. इस एनकाउंटर में सुरक्षाबलों का एक जवान शहीद हो गया. इसके अलावा सुरक्षाबलों के दो जवान और एक नागरिक के घायल होने की भी खबर है. घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. अंतिम समाचार मिलने तक आतंकियों और सुरक्षाबलों में दोनों ओर से फायरिंग जारी है. फिलहाल पुलवामा में कर्फ्यू लगा दिया गया है और प्रशासन ने वहां इंटरनेट पर रोक लगा दी है.

एक घर में छुपे हुए थे आतंकी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलवामा के डालीपोरा इलाके के एक घर में गुरुवार तड़के सुरक्षाबलों को कुछ आतंकियों के छिपे होनी की खबर मिली. इसके बाद सीआरपीएफ, राष्ट्रीय राइफल और एसओजी ने मिलकर इलाके को खाली करा लिया और घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया. इस दौरान आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया. गोलीबारी में एक जवान शहीद हो गया. डालीपोरा इलाके में कर्फ्यू भी लगा दिया गया है. बताया जा रहा है कि अभी भी कुछ आतंकी इलाके में छुपे हुए हैं.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

रविवार को दो आतंकी किए गए ढेर

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में रविवार को सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी मारे गए थे. पुलिस के मुताबिक सतीपोरा गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने गांव की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर किया. घेराबंदी कड़ी होते ही वहां छिपे आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई, और दो आतंकवादी मार गिराए गए. मृत आतंकियों की पहचान बशरत अहमद और तारिक अहमद के रूप में हुई है. दोनों आतंकी स्थानीय इलाके के थे. तारिक अहमद आतंकी गुट में शामिल होने से पहले स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) था.  वह पिछले साल अप्रैल में सरकारी हथियार के साथ भाग गया था."

ये भी पढ़ें - भीख मांगने को मजबूर किसान को बता दिया आतंकी, अब वो रास्ता भी बंद

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT