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जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से जारी सीजफायर के उल्लंघन के बीच सुरक्षा बलों को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. रविवार को जम्मू के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में सरहद पार के आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया है. इस दौरान भारतीय सेना और बीएसएफ की ओर से की गई कार्रवाई में एक आतंकी की मौत हो गई. फिलहाल इलाके में सेना का ऑपरेशन चल रहा है.
दूसरी ओर पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर उल्लंघन करने पर भारत ने आज बेहद कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर पाकिस्तान नहीं सुधरा तो भारत रमजान में सीजफायर समझौते को तोड़ने के लिए मजबूर हो जायेगा.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने पाकिस्तान की ओर से बिना वजह की जा रही गोलाबारी, घुसपैठ की कोशिशों और आतंकी हमलों की घटनाओं के मद्देनजर अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा, "हमने रमजान को देखते हुए सिक्यॉरिटी ऑपरेशंस न करने का फैसला किया था. हालांकि पाकिस्तान की ओर से सीमा पार आतंकवाद और सीजफायर उल्लंघन में कोई राहत देखने को नहीं मिली है. पाकिस्तान की तरफ से ऐसी घटनाओं में कोई कमी नहीं आई है. ऐसे में हम भी सीजफायर के समझौते को तोड़ने के लिए मजबूर होंगे."
अहीर ने साफ कहा कि संघर्ष विराम की शर्तों के तहत भारत को पलटवार करने का पूरा अधिकार है. हालांकि अहीर ने ये भी कहा कि भारत अभी भी पहले हमला नहीं करने की नीति पर कायम है.
बीएसएफ के आईजी राम अवतार ने कहा है कि पाकिस्तानी बलों की ओर से भारतीय चौकियों पर ताजा हमला एक बार फिर साबित करता है कि इस्लामाबाद कहता कुछ और है तथा करता कुछ और है. दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों के बीच लगभग एक हफ्ते पहले ही इस बात पर सहमति बनी थी कि 2003 के संघर्षविराम समझौते को पूरी तरह लागू किया जाएगा, लेकिन पाकिस्तान ने इसके बावजूद संघर्षविराम का उल्लंघन किया. राम अवतार ने कहा कि नयी दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच सैन्य अभियान महानिदेशक स्तर की हालिया बैठक के बाद एक बार फिर यह साबित हुआ है कि पड़ोसी देश कहता कुछ और है तथा करता कुछ और है.
बीएसएफ मुख्यालय में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के समय राज्य के बिजली मंत्री सुनील शर्मा और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बाली भगत भी मौजूद थे. शर्मा ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘इस बार केंद्र सरकार बहुत ही गंभीर है और पाकिस्तान को हमारा संदेश है कि या तो वह अपनी हरकतों से बाज आए या फिर धरती के नक्शे से मिटने के लिए तैयार रहे.''
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