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नोट: इस स्टोरी में हम सिर्फ ट्विटर वाले अरविंद केजरीवाल की बात करेंगे, ट्विटर पर उनके बर्ताव की बात करेंगे . कुछ रीट्वीट्स का इस्तेमाल भी इस स्टोरी में किया जाएगा.
अरविंद केजरीवाल, एक ऐसा नाम जो घर घर जाना जाता है, पहचाना जाता है. उनसे मोहब्बत करने वालों की तादाद भी काफी है और हेटर्स मतलब नफरत करने वालों की तो पूछिए मत. आए दिन वो ट्रोल करते रहते हैं, कभी खुद किसी विवाद का हिस्सा बन जाते हैं तो कभी विवाद उनका पीछा करते हुए ट्रेंड बन जाता है.
अगर आप ट्विटर से थोड़ा भी वास्ता रखते हैं तो ट्विटर पर अरविंद केजरीवाल का मोदी प्यार आपसे छिपा तो नहीं ही होगा. शायद ही कोई ऐसा दिन गुजरता होगा जब दिल्ली के सीएम के ट्वीट्स में पीएम मोदी का जिक्र नहीं होता. देर शाम होते- होते भी एक-आधा ट्वीट तो मोदी के नाम का गिर ही जाता है.
मुद्दा छोटा हो या बड़ा दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने ट्वीट्स में पीएम का जिक्र कर इसे सुर्खियों में ले आते हैं. ये हम नहीं कह रहे उनके ट्वीट्स के बाद ट्विटर यूजर्स कहते हैं
अभी सोमवार को ही सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी गली- गली घूम रही थी. ये चिट्ठी दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपने एलजी नजीब जंग को लिखी थी. इस चिट्ठी में कटाक्ष था, शिकायतें थीं, आरोप थे और पीएम मोदी भी थे.
ये एक अच्छा तरीका है, जनता से जुड़े रहने का, पारदर्शिता लाने का, सरकार कैसे काम कर रही इसे बताने का. बाकी नेताओं को भी अरविंद केजरीवाल के इस स्टाइल को या तो फॉलो करना चाहिए या फिर इसी तरह का कोई फॉर्मूला अपनाना चाहिए.
जब सीएम ट्विटर पर कहते हैं- ये क्या है कपिल मिश्रा?
इस तरह के शब्द अगर आप नौकरी करते हैं तो आपके मेलबॉक्स में कहीं न कहीं जरुर पड़े होंगे. अच्छा तरीका है ये आम आदमी के सर्वेसर्वा का. वैसे हम आपको बता दें कि केजरीवाल के इस ट्वीट के बाद कपिल मिश्रा ने फौरन इस रिपोर्ट पर जांच पड़ताल की और पूरी रिपोर्ट अपने सीएम को सौंप दी.
ऐसा नहीं है कि केजरीवाल मैदान में नहीं उतरते, राज्यों का दौरा नहीं करते, लेकिन इन सबसे पहले वो माहौल सोशल मीडिया पर बनाते हैं. खुद उनके हैंडल से ट्वीट आता है कि वो कहां जा रहे हैं, किन सुलगते मुद्दों पर वो दौरा करने जा रहे हैं और उनके निशाने पर कौन होगा.
और अगर आप काफी करीब से @ArvindKejriwal को फॉलो करते हैं तो फिर आपको इनकी रैली में जाने की भी जरुरत नहीं, सारी जानकारी ट्विटर पर ही मिल जाएगी.
पंजाब चुनाव में @ArvindKejriwal क्या कर रहे हैं, उनकी पार्टी के मुद्दे क्या हैं, दिल्ली से कैसे पंजाब को जोड़ रहे हैं- सब जानने का बस एक ही ठिकाना है और वो है ट्विटर.
कनाडा में प्रमोशन!
तो इसका जवाब नीचे दिए इस वीडियो में है. दिल्ली में पूर्ण बहुमत और गिनती के विपक्ष सदस्य ही तो @ArvindKejriwal को दिन- रात अपनी पार्टी और अपने मुद्दे के लिए लगातार, बेहिचक आवाज उठाने की ताकत देते हैं.
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