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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अनुरोध पर अभी राज्य संपत्ति विभाग विचार कर ही रहा था, कि उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने भी अपना बंगला खाली करने के लिए दो साल का समय मांगा है. इसके लिए उन्होंने अपने प्रतिनिधि के जरिए एक चिट्ठी बुधवार को राज्य संपत्ति विभाग को भिजवा दिया है. चिट्ठी पर आगे का फैसला न्याय विभाग से विचार विमर्श के बाद ही लिया जाएगा.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य संपत्ति विभाग यूपी के 6 पूर्व मुख्यमंत्रियों से सरकारी बंगला खाली करवाने की कवायद में जुटा हुआ है. विभाग की तरफ से सबको 15 दिन के अंदर बंगला खाली करने का नोटिस भी भेजा गया है.
बताया जा रहा है कि दो पूर्व मुख्यमंत्रियों राजनाथ सिंह और कल्याण सिंह की तरफ से बंगला खाली कराए जाने की सहमति मिल गई है. लेकिन बाकी की तरफ से अभी कोई जवाब नहीं आया है.
अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने अपने लिए राजधानी में कोई घर नहीं बनाया है. वह अपने लिए और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) दोनों के लिए घर खोज रहे हैं. अगर उन्हें किराए का मकान मिल जाता है, तो वह घर खाली कर देंगे.
सोर्स- IANS
उत्तर प्रदेश के करीब 22 विधायकों को वॉट्सएप मैसेज के जरिये धमकी दिए जाने के मामले में अब जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. साथ ही मुख्यमंत्री ने इस मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिये हैं.
अपने आप को अंडरवर्ल्ड माफिया दाऊद इब्राहिम का खास होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने करीब 22 विधायकों को धमकी भरे संदेश भेजे हैं. विधायकों को भेजे गये सभी संदेशों में दुबई के अली बुद्धेश भाई का नाम है और वह दावा कर रहा है कि वह दाऊद का आदमी है. यह शख्स विधायकों से धमकी देकर 10 लाख रुपये की मांग कर रहा है.
उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा, ''हमने इस मामले में एसआईटी का गठन किया है . जो भी व्यक्ति यह संदेश भेज रहा है वह प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल कर रहा है. पुलिस दल आईपी एड्रेस से इस व्यक्ति तक पहुंचने का प्रयास कर रहा है.''
विधायकों में वीर विक्रम सिंह (मीरनपुर कटरा, शाहजहांपुर), प्रेम प्रकाश पाण्डेय (तरबगंज, गोण्डा), विनय कुमार द्विवेदी (मेहनौम, गोण्डा), विनोद कटियार (भोगनीपुर, कानपुर), शशांक त्रिवेदी (महोली, सीतापुर) और अनीता राजपूत (डिबाई, बुलंदशहर) को एक जैसी धमकी मिली हैं.
सोर्स- भाषा
उत्तर प्रदेश में एक नाबालिग लड़की को बेचने का मामला सामने आया है. उत्तर मध्य रेलवे के झांसी स्टेशन पर बुधवार को एक नाबालिग लड़की को 15 हजार रुपये में सौदा करते एक महिला और एक दंपति को आरपीएफ और जीआरपी ने गिरफ्तार किया है.
आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी अशोक यादव ने बुधवार को बताया, "झांसी रेलवे जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या-एक में गश्त के दौरान एक नाबालिग लड़की को एक महिला के साथ संदिग्ध अवस्था में पाए जाने पर पूछताछ की गई. लड़की ने खुद को ग्वालियर के पंचशील थाना क्षेत्र की रहने वाली बताया और लड़की को बेचने की कोशिश में लगी महिला ललितपुर जिले की रहने वाली है. महिला के मुताबिक वह नाबालिग लड़की को दिल्ली के एक दंपति को 15 हजार रुपये में बेचने वाली थी."
उन्होंने बताया, "महिला के जरिए खरीदार दंपति का पता चला और उसे ग्वालियर से गिरफ्तार कर लिया गया है."
आरपीएफ के प्रभारी ने बताया, "ललितपुर की महिला ने लड़की को फरवरी महिने में नशीला पदार्थ सुंघा कर बेहोशी की हालत में अपहरण किया था. गिरफ्तार महिला और दंपति को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है."
सोर्स- IANS
वाराणसी में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. जहां चार बेटों और एक बेटी ने मां की लाश को सिर्फ इसलिए चार महिने 10 दिन तक घर में छिपाए रखा ताकि वह पेंशन ले सकें. इस घटना का खुलासा बुधवार को तब हुआ जब पड़ोसी को दुर्गंध महसूस हुई
पुलिस ने तीन बेटों को हिरासत में ले लिया है और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मामला भेलूपुर क्षेत्र के कबीरनगर का है. यहां कस्टम विभाग में सुपरिटेंडेंट रहे दया प्रकाश अपने बेटों रवि, ज्योति, गिरीश, योगेश्वर, देवप्रकाश और एक अविवाहित बेटी विजय लक्ष्मी के साथ रहते थे. साल 2000 में दयाप्रकाश के निधन के बाद उनकी 13 हजार रुपये पेंशन उनकी पत्नी अमरावती को मिलने लगी. इस साल 13 जनवरी को अमरावती की भी इलाज के दौरान मौत हो गई. बेटे शव को घर ले आए और तब से घर में छिपाए रखा था.
शव का परीक्षण करने वाले डॉक्टर पीयूष कुमार ने बताया कि मृत शरीर पर केमिकल का लेप लगाया जाता था. शरीर का रंग जगह-जगह से काला और लाल पड़ गया था.
बेटे आसपास के लोगों या किसी को भी घर के अंदर नहीं आने देते थे. दो दिन से घर से उठ रही दुर्गंध से परेशान पड़ोसी ने पुलिस को फोन कर दिया, इसके बाद ही पोल खुली.
सोर्स- हिंदुस्तान
प्रतापगढ़ जिले के थाना लालगंज कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम ने संयुक्त कार्रवाई में दूसरे राज्य से तस्करी कर लायी गयी लाखों रुपये कीमत की शराब बरामद कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि थाना प्रभारी तुषार दत्त त्यागी और स्वाट टीम ने बीती रात रोडवेज वर्कशाप के नजदीक एक कमरे में लगभग छह लाख रुपये कीमत की 137 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की जो दूसरे राज्य से लाई गयी थी.
पुलिस ने विजय कुमार, संदीप कुमार पटेल और अखिलेश कुमार पाल सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि दूसरे देशों की शराब लाकर ढक्कन और रैपर बदलकर दुकानों पर बेचा जाता है. तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
सोर्स- भाषा
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