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यूपी के शामली में शनिवार को बड़ा रेल हादसा होते होते टला. शामली स्टेशन पर संटिंग के दौरान दिल्ली-सहारनपुर ट्रेन के छह डिब्बे पटरी से उतर गए. गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ.
यह हादसा शनिवार तड़के हुआ. हादसे की सूचना मिलते ही रेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया. खबर मिलते ही अधिकारी घटनास्थल की ओर दौड़ लिए. हादसे के बाद से रेल यातायत पर भी असर पड़ा. ट्रैक बाधित होने की वजह से ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया.
सीएम योगी आदित्यनाथ चार दिन के गोरखपुर दौरे पर हैं. शुक्रवार रात सीएम अचानक तीन रैन बसेरों का निरीक्षण करने पहुंच गए. आनन-फानन में प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों को रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड और कुलपति आवास के पास स्थित रैन बसेरों को दुरुस्त करना पड़ा. रात नौ बजे मुख्यमंत्री सबसे पहले रेलवे स्टेशन के सामने स्थित रैन बसेरा पहुंचे. मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद लोगों से हालचाल पूछा. साथ ही वहां रखे गए रजिस्टर का भी निरीक्षण किया.
इस दौरान वहां के लोगों ने रैन बसेरे के अक्सर बंद रहने की शिकायत की तो उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों से नाराजगी जताते हुए इस पर नजर रखने की नसीहत दी. इसके बाद वो रेलवे बस स्टेशन के पास स्थित रैन बसेरे को देखने पहुंचे. सड़क पर बनाए गए रैन बसेरे को यातायात में बाधक बना हुआ देखकर मुख्यमंत्री ने नगर आयुक्त को रैन बसेरा कहीं और शिफ्ट करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि रैन बसेरों में पर्याप्त बिस्तरों की व्यवस्था की जाए ताकि यहां आने वालों को ठंड में किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़े तो अस्थायी रैन बसेरे बनाए जाए ताकि गरीबों को ठंड में रात गुजारने का ठिकाना मिल सके.
स्वामी विवेकानंद जयंती पर राज्य की योगी सरकार ने यूपी बोर्ड के टॉपर्स को नायाब तोहफा देने का वादा किया है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि यूपी बोर्ड में टॉप करने वालों के नाम से उनके गांव में पक्के संपर्क मार्ग बनाए जाएंगे. यह मार्ग हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों के टॉपर्स के नाम से बनाए जाएंगे.
मौर्य ने बताया कि सरकार ने प्रदेश के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में टॉप करने वालों के गांवों को चिह्नित कर कार्ययोजना बना ली है. अब तक हाईस्कूल के 10 और इण्टरमीडिएट के14 विद्यार्थी चिह्नित किए गए हैं. उनके गांव के संपर्क मार्गों के निर्माण की शासन ने स्वीकृति दे दी है.
यूपी के इलाहाबाद में यमुनापार के करमा बाजार में पुआल चोरी मामले में चाकूबाजी के बाद शुक्रवार को बवाल हो गया. सड़क जाम, आगजनी, पथराव, हवाई फायरिंग से हालात बिगड़ गए. हिंसक टकराव में पुलिस और प्रशासनिक अफसर समेत सिपाही और कई ग्रामीण घायल हो गए. एसएसपी आकाश कुलहरि समेत पीएसी और आरएएफ ने पहुंचकर स्थिति संभाली. सुबह आठ बजे शुरू हुआ बवाल शाम चार बजे थमा. तनाव को देखते हुए करमा बाजार को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
विवाद की शुरुआत गुरुवार को हुई. करमा बाजार निवासी धर्मेंद्र पटेल और वसीम का घर पड़ोस में है. धर्मेंद्र के घर के पास रखे पुआल को वसीम चोरी कर ले जा रहा था. धर्मेंद्र ने रोका तो मारपीट हो गई. उस समय पुलिस के पहुंचने पर समझौता हो गया. शुक्रवार सुबह आठ बजे धर्मेंद्र चाय की दुकान पर था तभी वसीम का भाई नदीम पांच साथियों के साथ पहुंचा. धर्मेंद्र को चाकू मारकर सभी भाग निकले. इसके बाद दोनों पक्ष आमने सामने आ गए. देखते ही देखते हिंसक बवाल शुरू हो गया. करमा पुलिस चौकी इंचार्ज अमरनाथ यादव दो सिपाहियों के साथ पहुंचे तो भीड़ ने खदेड़ लिया. घूरपुर एसओ के पहुंचने पर विवाद और बढ़ गया. एसपी यमुनापार दीपेंद्र चौधरी, एसडीएम, सीओ करछना कई थानों की फोर्स और पीएसी के साथ पहुंच गए. तीन घंटे बाद 11 बजे जाम खुला तो उसी बीच खीरी से पहुंची भीड़ ने बवाल बढ़ा दिया. पुलिस पर पथराव कर गुमटी फूंक दी.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कन्नौज से सांसद हैं. हालांकि, अगले चुनाव में वह मैदान में नहीं उतरेंगी. दरअसल, अखिलेश ने वक्त पहले ही ऐलान किया था कि आने वाले लोक सभा चुनाव में डिंपल चुनाव मैदान में नहीं उतरेंगी. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा था कि अब कन्नौज सीट से कौन इलेक्शन लड़ेगा.
हालांकि, अखिलेश ने संकेत दिए हैं कि आने वाले चुनाव में वह कन्नौज से ही किस्मत आजमाएंगे. अखिलेश फिलहाल एमएलसी हैं और उनका कार्यकाल खत्म होने के बाद वह 2019 में कन्नौज से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं.
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