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ऑनलाइन एंटरटेनमेंट चैनल टीवीएफ- द वायरल फीवर के सीईओ और फाउंडर अरुणाभ कुमार पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप लगा है. चैनल की एक पूर्व एंप्लाॅइ ने आरोप लगाते हुए कहा कि- अरुणाभ ने उसके ढाई साल के कार्यकाल में उसके साथ कई बार छेड़छाड़ की है.
‘द इंडियन उबर- डेट इज टीवीएफ’ नाम से एक ब्लॉग में उस लड़की ने छेड़छाड़ की अलग-अलग घटनाओं का जिक्र किया है. लड़की ने यह ब्लॉग ‘इंडियन फॉवलर’ के नाम से लिखा है.
जैसे ही यह ब्लॉग वायरल हुआ तो कई और लड़कियों ने अरुणाभ के बारे में खुलासा करते हुए कहा कि उनके साथ भी ऐसा हुआ है. हालांकि, टीवीएफ ने अपने बयान में इन आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने आरोप को झूठा, हास्यास्पद और बदनाम करने वाला करार दिया है.
टीवीएफ कोर टीम की मेंबर, निधि बिष्ट ने फेसबुक पर लिखा है कि कुमार पर कई लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न के लगे आरोपों को सुनकर वह चौंक गई हैं.
वह कहती है, "महिलाओं के लिए काम करने के लिए टीवीएफ बेहतरीन स्थानों में से एक है. मेरे साथ टीम टीवीएफ और खासकर अरुणाभ बेहद सम्मान के साथ पेश आते हैं. बेशक इसका मतलब यह नहीं है कि हर किसी का अनुभव ऐसा ही हो. 24 घंटे पहले जब पहला ब्लाॅग आया था तो मैंने इसे पूरी तरह से खारिज कर दिया क्योंकि उस समय कंपनी में उस नाम का ऐसा कोई एंप्लाॅइ नहीं था. मैंने कुछ सहयोगियों के साथ जांच की और इस नाम से संबंधित मुझे कोई मौजूदा रिकॉर्ड नहीं मिला. इसलिए ब्लॉग पोस्ट के जरिए लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार हैं.
इसके बाद, सोशल मीडिया पर अरुणाभ पर आरोप लगाते हुए कई और पोस्ट सामने आए. मैं हैरान हूं. मैं साफ कर दूं कि टीवीएफ में वर्कप्लेस हैरेसमेंट को लेकर जीरो टाॅलरेंस है. मामले की जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी. मैं महिलाओं से कहना चाहती हूं कि डर के बिना आगे आएं औपचारिक शिकायत दर्ज कराए. निश्चिंत रहें एक्शन लिए जाएंगे और हम इस मुद्दे की जड़ तक पहुंचेंगे.”
आरोप लगाने वाली लड़की ने ब्लॉग में लिखा है कि उसकी कुमार से पहली बार मुलाकात मुंबई के एक कैफे में साल 2014 में हुई थी. कुमार ने दिल्ली यूनिवर्सिटी की उस ग्रेजुएट लड़की को अपनी कंपनी में नौकरी दे दी. वह लड़की बिहार के उसी शहर से है, जिससे कुमार ताल्लुक रखते हैं. लड़की ने आरोप लगाया है कि उसके साथ पहली बार छेड़छाड़ तब हुई, जब उसे कंपनी में काम करते हुए सिर्फ 21 दिन ही हुए थे.
अरुणाभ ने मुझसे पूछा कि चतुर्भुज स्थान का नाम सुना है. चतुर्भुज स्थान मुजफ्फरपुर (बिहार) का रेड लाइट एरिया है. मैंने इस सवाल पर कोई रेस्पांस नहीं दिया. उसने आगे पूछा- मुझे चतुर्भुज स्थान बहुत पसंद है. उधर काॅमर्शियल डील होती हैं. तुम भी तो काॅमर्शियल डील से आई हो. मैंने जवाब नहीं दिया.
मैंने कहा, "अरुणाभ आप बड़े भाई हैं. मेरी तबीयत थोड़ी ठीक नहीं है. क्या करना है बताइए. हम करके घर जाएंगे. तभी उसने अचानक मेरा हाथ पकड़ा और कहा मैडम थोड़ा रोल प्ले करें. मैं हैरान थी. तब से यह रुटीन बन गया. मेरे साथ बार-बार छेड़छाड़ हुई. पार्टी में अरुणाभ मेरे ऊपर ऐसे गिरता था, जैसे उसने शराब पी रखी हो."
लड़की ने कहा कि पुलिस शिकायत की धमकी देने के बाद भी वह नहीं रुका. महिला ने दावा किया, "मैंने उसे कहा कि मैं पुलिस के पास चली जाऊंगी. उसने कहा कि पुलिस तो मेरी जेब में है." इसके साथ ही ब्लाॅग में लिखा है कि मैंने अपने सीनियर अधिकारियों से भी इस बारे में कहा, लेकिन उन्होंने कोई कदम उठाने की बजाय, कहा कि इसे छोड़ो. कुछ ने तो कहा कि ऐसा होता है.
लड़की ने कंपनी साल 2016 में छोड़ दी थी, लेकिन लड़की का कहना है कंपनी की लीगल टीम उन्हें कॉन्ट्रेक्ट तोड़ने के बारे में नोटिस भेजती रहती है.
ब्लाॅग के कमेंट बाॅक्स में कई और लड़कियों ने आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं. टीवीएफ को अब सिर्फ बयान नहीं देना चाहिए, जरूरत है कि इस मामले में आंतरिक जांच शुरू की जाए.
हालांकि मुंबई मिरर में छपी रिपोर्ट के अनुसार अरुणाभ ने बयान दिया है कि- मैं उस महिला से रिक्वेस्ट करता हूं कि वो मेरे खिलाफ पुलिस या टीवीएफ के एचआर टीम के पास रिपोर्ट दर्ज कराए.
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