Home News India सुभाषचंद्र बोस के पड़पोते और त्रिपुरा के गवर्नर में गाय पर तकरार
सुभाषचंद्र बोस के पड़पोते और त्रिपुरा के गवर्नर में गाय पर तकरार
सुभाषचंद्र बोस के पड़पोते चंद्र बोस ने 2016 में BJP ज्वाइन की थी. उन्होंने ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ा था.
क्विंट हिंदी
भारत
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तथागत रॉय और चंद्र कुमार बोस के बीच ट्विटर पर हुई शब्दों की जंग
फोटो: क्विंट हिंदी
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नेताजी सुभाषचंद्र बोस के पड़पोते चंद्र कुमार बोस और त्रिपुरा के गवर्नर तथागत रॉय के बीच बकरी के मीट और गाय को लेकर ट्विटर पर तकरार हो गई. खास बात ये है कि चंद्र कुमार बोस वेस्ट बंगाल बीजेपी यूनिट के वाइस प्रेसिडेंट भी हैं. वहीं तथागत रॉय भी राइट विंग से जुड़े रहे हैं.
चंद्र कुमार बोस ने गुरूवार को कटाक्ष भरा ट्वीट डाला था. इसी पर प्रतिक्रियाओं के बीच तथागत रॉय और बोस में वाद-विवाद हो गया. नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बड़े भाई शरथ चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस ने अपने पहले ट्वीट में लिखा,
<b>गांधी जी कोलकाता में मेरे दादा के घर रुका करते थे. उन्होंने बकरी के दूध की मांग की. उनके लिए दो बकरियां लाई गईं. गांधी जी जो हिंदुओं के रक्षक थे, उन्होंने दूध पीकर बकरी को अपनी मां समान माना. हिंदुओं को बकरी का मीट खाना बंद कर देना चाहिए.</b>
चंद्र कुमार बोस, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पड़पोते और बीजेपी नेता
इसके बाद कई लोगों की प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गईं. तथागत रॉय ने बोस के जवाब में लिखा,
न तो गांधीजी, न ही आपके दादा ने कभी कहा कि बकरी हमारी माता है, यह आपका कंक्लूजन है. न ही गांधीजी या किसी और ने कभी हिंदुओं का रक्षक होने की बात कही. हम हिंदु गाय को अपनी मां मानते हैं. इस तरह की गलत बात न फैलाएं
तथागत रॉय, त्रिपुरा गवर्नर
इसके बाद बोस ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा, कि ट्वीट के विचार उनके व्यक्तिगत थे. देश में गाय आधारित जो राजनीति और बीजेपी शासित राज्यों में लिंचिंग चल रही है वो बेहद घटिया है. बोस ने आगे लिखा,
<b>गांधी जी ने हमारे घर में रहते हुए बकरी के दूध पर बल दिया था. यह माना जा सकता है कि उन्होंने बकरी को मां की तरह माना. इस पर कोई विवाद या तर्क करने की जरूरत नहीं है.</b>
चंद्र कुमार बोस, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पड़पोते और बीजेपी नेता
इस पर तथागत रॉय ने जवाहर लाल का उदाहरण देते हुए कहा,
इससे गाय का मां होने का क्या संबंध? गांधी जी के प्रिय शिष्य जवाहर लाल नेहरू खुद और उनके समुदाय (कश्मीरी पंडित) के लोग खुद मीट खाते थे.
तथागत रॉय, त्रिपुरा गवर्नर
बोस ने प्रतिक्रिया में लिखा,
<b>हम कट्टर हिंदू हैं. लेकिन हमें नहीं लगता धर्म का किसी की खाने की आदतों से संबंध है. हम ऐसे विचारों का विरोध करते हैं और हमें नहीं लगता कि भारत में ऐसे विचारों की जगह है.</b>
चंद्र कुमार बोस, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पड़पोते और बीजेपी नेता
इस पर रॉय ने जवाब में कहा,
<b>मैं आपको समझ नहीं पा रहा हूं. यहां हम कौन हैं? क्या गाय को मां मानना कट्टर विचार है? या जो लोग गाय को मां मानते हैं उनके लिए भारत में कोई जगह नहीं है? मुझे आपको साफ जवाब देने के लिए शुक्रिया कहना चाहिए.</b>
तथागत रॉय, त्रिपुरा गवर्नर
बोस ने रॉय को जवाब में लिखा,
<b>‘’हम’’ से मतलब है इस देश के प्रगतिवादी लोग जो दूसरों के विचारों का सम्मान करते हैं. लेकिन किसी जानवर को अपनी मां नहीं मानते. हम पशु प्रेमी और एक्टिविस्ट हैं, लेकिन जानवर को इंसान के ऊपर नहीं रखते. यह उन भारतीयों का स्टेंड होना चाहिए जो भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं.</b>
चंद्र कुमार बोस, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पड़पोते और बीजेपी नेता
रॉय ने आगे लिखा,
<b>‘’भारत के प्रगतिवादी लोग’’ जो भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं. मुझे लगता है आपने ऐसे सभी प्रोग्रेसिव लोगों के विचार रख दिए हैं. चूंकि आप बंगाल BJP के वाइस प्रेसिडेंट हैं तो मैं मानकर चलता हूं कि आपके विचार आपकी पार्टी के भी होंगे.</b>
तथागत रॉय, त्रिपुरा गवर्नर
बोस ने 2016 में बीजेपी ज्वाइन की थी. उन्होंने ममता बनर्जी के खिलाफ भवानीपोर से चुनाव भी लड़ा था. वहीं तथागत रॉय खुद को राइट विंग थिंकर मानते हैं.
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