Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019सबरीमाला में दो महिलाओं के घुसने के बाद मंदिर का शुद्धिकरण 

सबरीमाला में दो महिलाओं के घुसने के बाद मंदिर का शुद्धिकरण 

सबरीमाला मंदिर से बड़ी खबर सामने आई है, मंदिर परिसर में दो महिलाओं ने आखिरकार एंट्री कर ली. 

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
सबरीमाला परिसर में घुसी महिलाएं
i
सबरीमाला परिसर में घुसी महिलाएं
(फोटो:Twitter)

advertisement

कई दिनों से चर्चा में रहने वाले सबरीमाला मंदिर से बड़ी खबर सामने आई है. मंदिर परिसर में दो महिलाओं ने आखिरकार एंट्री कर ली. लेकिन इसके बाद मंदिर का शुद्धिकरण किया गया और इसे दोबारा खोला गया. महिलाओं के घुसने के बाद इसे बंद कर दिया गया था. मंदिर के मुख्य हिस्से तक पहुंचने से उन्हें रोक दिया गया था. इन दोनों महिलाओं की उम्र 40 साल के करीब बताई जा रही है.

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी लगा है बैन

सबरीमाला मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी महिलाओं की एंट्री पर बैन लगा हुआ है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि मंदिर में हर उम्र की महिलाओं को एंट्री दी जाए. जिसके बाद से यहां बवाल होना शुरू हो गया. कोर्ट के फैसले के बाद कई बार महिलाओं ने यहां प्रवेश करने की कोशिशें की, लेकिन भक्तों के विरोध के चलते ऐसा संभव नहीं हो पाया. महिलाओं के प्रवेश को रोकने के लिए यहां दिन रात पहरा दिया जा रहा था.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

पहली बार महिलाओं की एंट्री

इस सब बवाल के बीच अब आखिरकार दो महिलाओं ने मंदिर परिसर में एंट्री कर ली है. दोनों महिलाओं ने मंदिर में पूजा के लिए सुबह करीब पौने चार बजे मंदिर परिसर में प्रवेश किया. इन दोनों महिलाओं का नाम बिंदू और कनकदुर्गा बताया जा रहा है. दोनों महिलाओं ने आधी रात से ही मंदिर के लिए चलना शुरू कर दिया था.

महिलाओं की एंट्री पर लंबे समय से रोक के बाद अब पहली बार महिलाओं ने मंदिर परिसर में पैर रखे हैं, इससे काफी बवाल होने की उम्मीद है. लंबे समय से इस मुद्दे पर राजनीति भी गर्म है. 

14 जनवरी को होगा बंद

सबरीमाला मंदिर कैलेंडर के हिसाब से सबसे महत्वपूर्ण सीजन 'मकरविलक्कू' के लिए यह रविवार शाम पांच बजे फिर से खुलेगा. 14 जनवरी को 'मकरविलक्कू' का दिन पड़ने के साथ 20 जनवरी को अंतिम रूप से बंद हो जाएगा.

संयोग से, 14 जनवरी का दिन मंदिर के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है, क्योंकि क्षितिज पर आकाशीय प्रकाश का दर्शन होता है, जिसे शुभ माना जाता है.

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम ) की अगुवाई वाली लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) सरकार कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के और कई हिंदू समूहों द्वारा विरोध जताने के बावजूद शीर्ष अदालत के फैसले को लागू करने की कोशिश कर रही है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 02 Jan 2019,09:32 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT