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हम दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा सशर्त जमानत दिए जाने के बाद लगातार ‘डर’ के साये में जी रहे हैं. मुझे और मेरे दोस्तों को पूरा डर है कि कट्टरपंथी हिंदू समूह हमारे ऊपर पूर्वनियोजित हमलाकर सकते हैं.
यह कहना है कथित तौर पर राष्ट्र-विरोधी नारे लगाने के कारण देशद्रोह के आरोप में फंसे जवाहरलाल नेहरू विश्वविाद्यालय के छात्र उमर खालिद का, जो इन आरोपों के चलते 3 सप्ताह से भी अधिक समय तिहाड़ जेल में बिता चुके हैं.
खालिद से जब यह पूछा गया कि उनपर तथा उनके साथियों पर आखिरकार कौन हमला करेगा, तो खालिद ने कहा,
खालिद ने कहा कि JNU में कश्मीर को लेकर हुए कार्यक्रम को लेकर हुए विवाद के बाद साफ हो गया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) एक नई चाल चल रहा है, जो असल में ‘नई बोतल में पुरानी शराब’ की तरह है.
जन्म से मुसलमान, लेकिन विचारों से मार्क्सवादी खालिद ने कहा कि वह राष्ट्रवाद की विचारधारा को नहीं मानता, क्योंकि इसी के कारण दुनियाभर में विश्वयुद्ध हुए हैं और सरेआम नरसंहार हुए हैं.
(इनपुट: IANS)
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