Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019यूपीः कर्ज वसूली को बैंक बना रहा था दवाब,2 किसानों ने की आत्महत्या

यूपीः कर्ज वसूली को बैंक बना रहा था दवाब,2 किसानों ने की आत्महत्या

पहले सूखा और फिर बाढ़ से हुआ फसल का नुकसान, कर्ज में दबे थे किसान

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
यूपी के दो किसानों ने की आत्महत्या
i
यूपी के दो किसानों ने की आत्महत्या
(फोटोः Reuters)

advertisement

उत्तर प्रदेश के हिस्से वाले बुंदेलखंड में महोबा और जालौन जिले में कथित रूप से बाढ़ और अतिवृष्टि से फसल नष्ट हो जाने से परेशान दो कर्जदार किसानों ने शनिवार को आत्महत्या कर ली.

महोबा जिले के कुलपहाड़ तहसील के तहसीलदार सुबोधमणि शर्मा ने रविवार को बताया, "छह बीघे भूमि के खेतिहर किसान सुरेशचंद्र तिवारी (55) ने शनिवार को अपने खेत में जहर खा लिया था. परिजन उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए बेलाताल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया."

“किसान के परिजनों ने आत्महत्या की वजह फसल नष्ट होना और बैंक कर्ज एक लाख रुपये की अदायगी न कर पाना बताया है. जांच के लिए लेखपाल को मौके पर भेजा गया है, कर्ज के बाबत बैंक से भी जानकारी ली जा रही है.”
सुबोधमणि शर्मा, तहसीलदार

मृत किसान के बेटे राजेश ने बताया, "पिछले दो साल सूखा पड़ा रहा और इस साल बाढ़ और अत्यधिक बारिश से छह बीघे खेती में बोई उर्द, मूंग और तिल की फसल नष्ट हो गई है. उधर, आर्याव्रत बैंक शाखा मुढारी के कर्मचारी लगातार एक लाख रुपये कर्ज की वसूली का दबाव बना रहे थे, जिसके चलते पिता ने आत्महत्या कर ली है."

पुलिस ने बताया कि किसान के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है और घटना की जानकारी जिलाधिकारी को दे दी गई है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

60 हजार का कर्ज हुआ दो लाख पार

इस बीच, जालौन जिले के माधौगढ़ कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) जे.पी. पाल ने बताया, "जमरेही अव्वल गांव के किसान राजाभइया दोहरे (45) का शव शनिवार को गांव के बाहर एक आम के पेड़ से फांसी के फंदे से लटका हुआ बरामद किया गया है."

उन्होंने बताया कि किसान के परिजन आत्महत्या का कारण बैंक कर्ज की अदायगी न कर पाना बता रहे हैं.

मृत किसान की पत्नी सरोज (42) ने बताया कि उसके पति ने भारतीय स्टेट बैंक की माधौगढ़ शाखा से 2010 में 60 हजार रुपये कर्ज लिया था, जो अब बढ़ कर दो लाख चार हजार रुपये हो गया है. इसी साल अगस्त माह में बैंक ने कर्ज अदा न करने पर जमीन नीलाम करने का नोटिस दिया था. 

उसने बताया कि "24 सितंबर को लगी लोक अदालत में भी ब्याज में कोई भी छूट न मिलने से वह (किसान) परेशान थे. शुक्रवार शाम बिना बताए घर से निकले थे और शनिवार सुबह पेड़ से लटके मिले हैं."

माधौगढ़ के तहसीलदार पी.एन. प्रजापति ने कहा, "पुलिस और राजस्व अधिकारी मृत किसान की आत्महत्या के कारणों की जांच कर रहे हैं. बैंक से भी कर्ज और वसूली नोटिस की जानकारी जुटाई जा रही है. किसान के परिजनों को नियमानुसार सरकारी मदद दी जाएगी."

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 13 Oct 2019,07:22 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT