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उन्नाव में उम्र कैद की सजा काट रहे बदमाश का तमंचा लहराते हुए वीडियो वायरल होते ही सनसनी फैल गई है. इस मामले में उन्नाव के जेल सुपरिटेंडेंट एके सिंह की रिपोर्ट पर चार जेलकर्मियों को बर्खास्त करने का फैसला किया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक उन्नाव जेल में तैनात हेड वार्डन माता प्रसाद और हेमराज के साथ जेल वार्डन सलीम और अवधेश साहू के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है. इन्हीं 4 जेल कर्मियों की मिलीभगत से बदमाशों ने वीडियो वायरल किया था.
यूपी में पिछले कुछ दिनों से पुलिस वालों की लापरवाही और कामकाज के तरीकों को लेकर खबरें आ रही हैं. दो दिन पहले बदायूं में पिस्तौल दिखा कर वाहन चेकिंग का वीडियो वायरल हुआ था. होबदायूं में बगरैन चौकी इंचार्ज राहुल कुमार सिसोदिया ने वाहन चेकिंग के दौरान पिस्तौल तान कर हैंड्सअप कहने से लोग दहशत में आ गए.वीडियो वायरल होने पर बदायूं के एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने सफाई दी और कहा कि पुलिस क्रिमिनल मेंटलिटी के लोगों से बचने के लिए यह कवायद कर रही थी.
इसके पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें एक दारोगा मुठभेड़ के दौरान मुंह से ठांय-ठांय की आवाज निकाल रहा था. इस वीडियो को लेकर यूपी पुलिस की खूब किरकिरी हुई. सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस के जमकर मजे लिए गए. लेकिन पुलिस विभाग ने अपने इस मुंह से 'ठांय-ठांय' करने वाले दारोगा को सम्मानित करने का फैसला लिया है.
यूपी पुलिस का मानना है कि दारोगा ने विषम हालातों में भी हिम्मत और सूझबूझ से काम लिया. बंदूक जाम हो जाने की स्थिति में भी दारोगा मौके पर डटा रहा. दारोगा ने 'घेरो-घेरो' और 'ठांय-ठांय' की आवाज निकालकर गन्ने के खेत में जा छिपे बदमाशों पर मानसिक दवाब बनाया और सहयोगियों का मनोबल बढ़ाया.टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, संभल पुलिस ने दारोगा मनोज कुमार को सम्मानित किए जाने के लिए डीजीपी को सिफारिश भेजी है.
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