advertisement
8 अप्रैल 2018 को, एक 18 वर्षीय लड़की ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास के बाहर खुद को आग लगाने की कोशिश की. उसने आरोप लगाया कि तत्कालीन बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने साल 2017 में अपने उन्नाव स्थित घर पर उसके साथ रेप किया था.
इसके बाद शुरू होता है रहस्यमयी मौतों, 'दुर्घटनाओं', लंबे समय तक चलने वाली उत्पीड़न का सिलसिला, और साथ ही शुरू होती है पीड़िता की जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई और इंसाफ के लिए उसकी तलाश.
आखिरकार 16 दिसंबर को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट ने बीजेपी से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को 2017 के उन्नाव अपहरण-रेप केस में दोषी करार दे दिया है. इस केस में कुलदीप सिंह सेंगर की सजा को लेकर 18 दिसंबर को कोर्ट में दलीलें पेश की जाएंगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)